भारी बरसात ने गिराया पारा, फिर से उत्तर भारत में सर्दी ढाएगी सितम
नई दिल्ली (आरएनएस)। उत्तर भारत के कई इलाकों में बारिश हो जाने से आने वाले दिनों में पारा और अधिक गिर जाएगा जिससे ठंड बढऩे की संभावना अधिक हो गई। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि उत्तर पश्चिम भारत, विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में न्यूनतम तापमान में अगले दो-तीन दिनों में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है। दरअसल, मौसम विभाग ने कहा कि अगले 48 घंटों के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में और अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ तीव्र वर्षा होने की संभावना है। इससे 8 से 12 जनवरी तक मध्य भारत में और पूर्वी भारत में 10 से 13 जनवरी के दौरान तेज आंधी गतिविधि जारी रहेगी।
अपने पूर्वानुमान बुलेटिन में मौसम विभाग ने बताया कि रविवार तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में व्यापक रूप से हल्की से मध्यम वर्षा या बर्फबारी होने की संभावना है और उसके बाद इसमें काफी कमी आएगी। जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बा
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक एम महापात्र ने कहा कि दिल्ली में पहले ही बारिश के कारण मध्यम बारिश दर्ज की जा चुकी है। पंजाब और हरियाणा के पश्चिमी हिस्सों में धीरे-धीरे बारिश कम होगी। जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार को व्यापक हिमपात हुआ। अब मध्य प्रदेश और पड़ोसी उत्तर प्रदेश में तेज बारिश की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ, जिसके कारण उत्तर पश्चिम भारत में बारिश हुई, के धीरे-धीरे पूर्व की ओर बढऩे और वहां बारिश, गरज के साथ बारिश होने की उम्मीद है।
इसके साथ ही पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश जारी रहने की संभावना है, रविवार से इसमें कमी आएगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिम मध्य प्रदेश में 8 और 9 जनवरी को, पूर्वी मध्य प्रदेश में 8 से 12 जनवरी के दौरान और बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ में 10 से 12 जनवरी के दौरान और विदर्भ में 9 जनवरी के दौरान व्यापक रूप से व्यापक वर्षा होने की संभावना है।
अगले 24 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट और अगले 2-3 दिनों के दौरान 4-6 डिग्री सेल्सियस तेजी से गिरने की संभावना है और उसके बाद कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा। इसके अलावा अगले 2-3 दिनों के दौरान उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना नहीं है और बाद के 3 दिनों के दौरान 2-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी।