भारत बंद के समर्थन में राजनैतिक दलों व संगठनों ने निकाला जुलूस

अल्मोड़ा। संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद के आह्वान पर सोमवार को यहां बाजार पर कोई असर नहीं हुआ। हालांकि क्षेत्रीय दलों के साथ ही अन्य जनवादी संगठनों ने धरना और जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया। वहीं सांकेतिक चक्का जाम कर सरकार से कानूनों को रद्द करने की मांग की। वहीं प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने भी किसान आंदोलने के समर्थन में धरना प्रदर्शन कर केंद्र सरकार का पुतला जलाया।
उपपा समेत अन्य क्षेत्रीय दलों और संगठन से जुड़े कार्यकर्ता गांधी पार्क चौघानपाटा में एकत्रित हुए। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि किसानों का पिछले लंबे समय से आंदोलन चल रहा है। यही नहीं इस दौरान करीब 600 किसान अपनी जान दे चुके हैं, लेकिन केंद्र सरकार पूरी तरह हठधर्मिता दिखा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना होगा। इस मौके पर सभा में उत्तराखंड में खेती के संकट पर भी विचार रखे गए। उन्होंने कहा कि जंगली जानवरों को आतंक से पहाड़ की खेती बर्बाद हो चुकी है। लोग पलायन को मजबूर हो रहे हैं। सशक्त भू-कानून की मांग को लेकर सरकार गंभीर नहीं दिखाई दे रही है। सभी ने रंगकर्मी स्व. गिरीश तिवारी गिर्दा के गाए जनगीतों को गाया। इससे पहले माल रोड, शिखर तिराहा, लाला बाजार, चौक बाजार, कारखाना बाजार, कचहरी बाजार खजांची मोहल्ला, थाना बाजार और पल्टन बाजार होते हुए जुलूस पुन: गांधी पार्क पर पहुंचा।

ये हुए शामिल: 

उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी, आनंदी वर्मा, हीरा देवी, उक्रांद के जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला, भानु जोशी, गिरीश नाथ गोस्वामी, कांग्रेस के नगराध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला, सालम समिति के अध्यक्ष राजेंद्र रावत, विपिन जोशी, उत्तराखंड लोक वाहिनी के एड. जगत रौतेला, दयाकृष्ण कांडपाल, अजयमित्र बिष्ट, युवा के कुनाल तिवारी, व्यापार मंडल नगर अध्यक्ष सुशील साह, प्रत्येश पांडे, जनवादी महिला समिति की प्रदेश सचिव सुनीता पांडे, राधा नेगी, उत्तराखंड किसान संगठन के दिनेश पांडे आदि मौजूद रहे।


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