बीमार शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति ना देने की मांग

देहरादून(आरएनएस)।  गंभीर बीमार शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने से नाराज शिक्षकों ने इसे वापस लेने की मांग की है। गुरुवार को प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र रावत के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक प्रेमलाल भारती से मिला। इस दौरान उनसे अनिवार्य तबादलों की जद में आये सभी शिक्षकों को राहत दिए जाने की चर्चा हुई। धर्मेंद्र रावत ने उन्हें बताया कि इस वक्त इन सभी शिक्षकों को स्वास्थय लाभ के लिए आर्थिक सबल की अवश्यता है। लेकिन विभाग इस गंभीर घड़ी में उन्हें नौकरी से हटाने की कार्रवाई कर रहा है। जो गलत और नैसर्गिक न्याय के खिलाफ है। जबकि वे लगातार स्कूल जा रहे हैं और सो प्रतिशत रिजल्ट देते आ रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि इस आदेश को अगर वापस नहीं लिया गया तो संगठन प्रदेश भर में आंदोलन शुरू कर देगा। उन्होंने पारस्परिक स्थानांतरण के आवेदनों के जल्द निस्तारण, चयन प्रोन्नत वेतनमान की स्वीकृति के लिए शीघ्रता से समिति गठन करने, शीघ्रता से प्राइमरी सहायक से प्राइमरी प्रधानाध्यापक में पदोन्नति,प्राइमरी सहायक की जूनियर सहायक में पदोन्नति और नियमावली के अनुसार ही प्राथमिक प्रधानाध्यापक और जूनियर सहायक अध्यापक की संयुक्त सूची मौलिक नियुक्ति से आधार पर जारी करने सहित कई अन्य मांगें भी उठाई। मिड डे मील के एसएमएस ना करने पर रोका गया शिक्षकों का वेतन शीघ्र जारी करने की भी मांग की। साथ ही कालसी, चकराता के शिक्षकों का समायोजन सुगम के विद्यालयों में किए जाने की भी मांग की।