बीडीसी बैठक में अधिकारियों के न पहुंचने पर जन प्रतिनिधियों ने किया हंगामा

चमोली। क्षेत्र पंचायत की बैठक में जिला स्तरीय अधिकारियों के न पहुंचने पर जन प्रतिनिधियों ने हंगामा किया। सदस्यों ने बैठक का बहिष्कार कर अधिकारियों के विरुद्ध प्रदर्शन भी किया। थराली ब्लॉक सभागार में करीब एक साल बाद क्षेत्र पंचायत की बैठक बुलाई गई थी। ब्लॉक प्रमुख थराली की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में विकासखंड के क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को अधिकारियों के सम्मुख रखने के लिए पहुंचे थे। लेकिन, बैठक से जिलास्तरीय अधिकारियों के नदारद रहने व विभागाध्यक्षों के न पहुंचने से प्रधान संगठन सहित क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने बैठक का बहिष्कार करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया। प्रधान संगठन के अध्यक्ष जगमोहन रावत की अगुआई में सभी ग्राम प्रधान प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर आए। साथ ही विकासखंड कार्यालय परिसर में मनरेगा कर्मियों के आंदोलन के समर्थन में सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। प्रधान संगठन के बहिष्कार के आह्वान के बाद सभी क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने भी सदन का बहिष्कार करते हुए वॉकआउट कर दिया। पंचायतों के चुने हुए प्रतिनिधियों ने कहा कि लंबे इंतजार के बाद थराली क्षेत्र पंचायत की पहली बैठक बुलाई गई थी। लेकिन, बैठक में जिला स्तरीय अधिकारी नहीं पहुंचे। उन्होंने कहा कि बैठक में विभागों के वह कर्मचारी भेजे गए हैं, जिन्हें पंचायत प्रतिनिधि बीसियों बार अपनी समस्याओं से अवगत करा चुके हैं। सदन के सदस्यों ने बताया कि जब अधिकारियों को समस्या नहीं सुननी और न ही उसका निस्तारण करना है। ऐसे में बैठक का क्या औचित्य है। उन्होंने कहा कि अगली बैठक 10 दिनों के भीतर इस शर्त पर बुलाई जाए कि बैठक में जिला स्तर के सभी अधिकारी व जिलाधिकारी स्वयं मौजूद रहेंगे। वरना अधिकारियों के न पहुंचने पर प्रतिनिधि इस तरह की बैठकों का बहिष्कार करते रहेंगे। ब्लॉक प्रमुख कविता नेगी ने भी क्षेत्र पंचायत सदस्यों, ग्राम प्रधानों के बहिष्कार को लेकर कहा कि जिला स्तरीय अधिकारियों व विभागों के विभागध्यक्षों के बैठक में न पहुंचने पर सदन के सदस्यों में रोष है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों की मांग जायज है। जिला स्तरीय अधिकारियों को भी क्षेत्र पंचायत की बैठकों में आना चाहिए। इस मौके पर ज्येष्ठ प्रमुख राजेंद्र सिंह, जगमोहन सिह, गंभीर सिंह, कैलाश देवराड़ी, मनीष सती, देवेंद्र रावत, विजया रावत, मनीष सती, देवेंद्र सहित विकासखंड के तमाम ग्राम प्रधान, क्षेपंस, जिपंस आदि मौजूद रहे।