बरूआर जाति के चोर गिरोह ने उतार दी पूरी क्रिकेट टीम

 17 मोबाइल और एक लाख से अधिक रुपए भी बरामद, 11 चोर गिरफ्तार

ऋषिकेश। यात्रा सीजन में गंगा घाटों के किनारे यात्रियों के सामान, नकदी चोरी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह (बरूआर जाति) का दून पुलिस   पर्दाफाश करने का दावा किया है। चोरी की दो घटनाओं का खुलासा करते हुए करते हुए पुलिस ने 17 मोबाइलो व 1,08,700/- रू0 की नगदी के साथ 11 अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। पकड़े गए आरोपी गंगा घाटों के किनारे यात्रियों को बातों में उलझा कर अथवा अन्य तरीकों से उनका ध्यान भटकाकर चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया करते थे।
पुलिस के अनुसार 24 अप्रैल को पंकज गुप्ता पुत्र श्रीचंद्र निवासी हीरालाल मार्ग ऋषिकेश देहरादून के द्वारा एक लिखित तहरीर दी गई कि दिनांक 24 अप्रैल को सुबह करीब 8:30 बजे मैं त्रिवेणी घाट पर गंगा में स्नान करने गया था, मैंने अपना लोवर घाट किनारे निकाल कर रखा था जिसे किसी अज्ञात चोर द्वारा चोरी कर लिया गया, जिसमे मेरा पर्स, जिसके अंदर कुल 50000/-, मेरा आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस तथा एक मोबाइल फोन ओप्पो कम्पनी का, जो मेरी दुकान पर काम करने वाले मोहित ने मुझे ठीक कराने के लिए दिया था, रखा था। प्राप्त लिखित तहरीर के आधार पर कोतवाली ऋषिकेश पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच पड़ताल कर दी थी।
पुलिस के अनुसार वर्तमान समय में चारधाम यात्रा के प्रारम्भ होने तथा ऋषिकेश क्षेत्र में ही चारधाम यात्रा में जाने वाले यात्रियों के फोटोमैट्रिक एवं बायोमैट्रिक पंजीकरण होने के पश्चात ही उन्हें चार धाम यात्रा में भेजे जाने के दृष्टिगत ऋषिकेश क्षेत्र में काफी संख्या में देश विदेश तथा अन्य प्रदेशों से पर्यटक आकर रूकते हैं, जिसके साथ- साथ बाहरी प्रदेशो से आने वाले आसामाजिक तत्व भी सक्रिय हो जाते हैं तथा यात्रियों व पर्यटकों के सामान की चोरी की घटना को अंजाम देते हैं।
यात्रा सीजन के दौरान गंगा घाट किनारे हुई चोरी की उक्त घटना तथा यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था की गंभीरता पर पुलिस उप महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा तत्काल अभियोग के शत-प्रतिशत अनावरण एवं अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु आदेशित किया गया। जिस पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश के द्वारा वर्दी एवं सादा वस्त्रों में अलग-अलग पुलिस टीम गठित कर घटना स्थल के आसपास आने जाने वाले मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज. वादी तथा घटना स्थल के आसपास मौजूद लोगों से पूछताछ तथा पूर्व में इस प्रकार की घटनाओं में संलिप्त अभियुक्तों के विषय में जानकारी हासिल कर उनका भौतिक सत्यापन किया गया।
सीसीटीवी कैमरे से प्राप्त फोटो वीडियो के आधार पर कोतवाली ऋषिकेश क्षेत्र अंतर्गत जगह-जगह वाहन चेकिंग के साथ 25 अप्रैल को पुलिस टीम को सूचना मिली की त्रिवेणी घाट पर चोरी की घटना करने वाला गिरोह, जिसमें करीब 10-11 सदस्य हैं, जिनके द्वारा ऋषिकेश एवं हरिद्वार में गंगा किनारे घाटों पर चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है, यह गिरोह इस समय ऋषिकेश के गंगा किनारे घाटों पर ही कहीं मौजूद है, जिसके पश्चात गठित टीमों द्वारा आपसी सामंजस्य के साथ कार्य करते हुए गंगा किनारे घाटों पर सघन चैकिंग अभियान चलाकर नाव घाट ऋषिकेश के पास से गंगा घाटों के किनारे यात्रियों के सामान व नगदी की चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के 11 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा ऋषिकेश एवं हरिद्वार क्षेत्र में गंगा घाटों के किनारे चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जाना स्वीकार किया गया, पुलिस ने उनकी निशानदेही पर संबंधित माल बरामद किया ।

पकड़े गए आरोपियों की पहचान
राजीव कुमार पुत्र स्वर्गीय चंद्रलाल निवासी ग्राम बनकसिया थाना मोतीगंज, जिला गोंडा, उत्तर प्रदेश. गगन कुमार पुत्र नंदलाल निवासी उपरोक्त . गुरदास पुत्र स्वर्गीय सुराज निवासी उपरोक्त रमेश कुमार पुत्र रघुनंदन निवासी ग्राम पठानपुरा मतवरिया, थाना मोतीगंज, जिला गोंडा, उत्तर प्रदेश. श्रीराम पुत्र स्वर्गीय सुधराम निवासी ग्राम मधेपुर खरहरी थाना वजीरगंज जिला गोंडा, उत्तर प्रदेश. बद्री लाल पुत्र स्वर्गीय सूर्य लाल निवासी उपरोक्त.गुड्डू पुत्र स्वर्गीय नवादिन निवासी उपरोक्त
विमल कुमार पुत्र स्वर्गीय जगदंबा प्रसाद निवासी ग्राम दुल्हापुर, थाना धानेपुर, जिला गोंडा, उत्तर प्रदेश, सुरविंद पुत्र स्वर्गीय माता प्रसाद निवासी उपरोक्त.सूरज कुमार पुत्र धनीराम निवासी ग्राम मोराडिया थाना धानेपुर जिला गोंडा उत्तर प्रदेश . घनश्याम पुत्र स्वर्गीय गोमती प्रसाद निवासी ग्राम बनकसिया, थाना मोतीगंज जिला गोंडा, उत्तर प्रदेश. के रूप में हुई।
पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि हम सभी लोग गोंडा उत्तर प्रदेश में आसपास के गांवों के रहने वाले हैं और सभी आपस में रिश्तेदार है। हम सभी पर्यटन सीजन में चोरी करने के उद्देश्य से हरिद्वार तथा ऋषिकेश आ जाते हैं व आपस में योजना बनाकर हरिद्वार में हर की पौड़ी एवं ऋषिकेश में गंगा किनारे घाटों में पर्यटकों को देखते रहते हैं, जैसे ही कोई पर्यटक अपना मोबाइल फोन, रुपए, घड़ी, बैग, लोअर, पेंट आदि सामान घाटों के किनारों पर रखकर नहाने के लिए जाता है, हम मौका देखकर उस सामान को चोरी कर लेते हैं। जिसके बाद हम चोरी के सामान और रुपयों को आपस में बांट लेते हैं। हम कई तरीकों से चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं जैसे कई बार हम में से कुछ लोग पर्यटकों को बातों में उलझा लेते हैं और कुछ चोरी कर लेते हैं तथा कभी-कभी ऐसी हरकतें करते हैं जिससे लोगों का ध्यान हमारी ओर आकर्षित होता है और हम मौके का फायदा उठा कर उनका सामान चोरी कर लेते हैं। हमने 01 दिन पहले इसी प्रकार त्रिवेणी घाट पर गंगा जी में नहाने गये एक व्यक्ति का लोवर चोरी किया था, जिसमें रखे पर्स से हमें 50000 रू0, आधार कार्ड तथा 01 मोबाइल फोन मिला था। इसी प्रकार हमारे द्वारा कुछ समय पूर्व हरिद्वार में हर की पौड़ी से 50000 व एक गोल्डन कलर की घड़ी जो कि एक बैग में रखी थी चोरी किए थे। जिसमें से कुछ रुपए हमसे खर्च हो गए हैं तथा चोरी किय गये बैग को हमने कहीं फेंक दिया था। हमारे पास से जो मोबाइल फोन व नगदी बरामद हुई है वह हमारे द्वारा हरिद्वार ऋषिकेश व अन्य जगहों से गंगा घाट के किनारे से चोरी किए गए हैं।
पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से कुल 50000 नगद, 01 आधार कार्ड, 01 लेदर पर्स, कोतवाली हरिद्वार में पंजीकृत अभियोग से संबंधित कुल 29200 नगद, एक गोल्डन कलर की घड़ी, अन्य सामान,19500 नकद, कुल 16 मोबाइल फोन अलग-अलग कंपनी बरामद किए गये।


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