खुद को आर्मी का लेफ्टिनेंट बताकर युवकों को सेना में नौकरी लगाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाला गिरफ्तार

देहरादून। देहरादून में एसटीएफ ने सेना में नौकरी लगवाने के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र देकर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। इस मामले में गिरोह के तीन अन्य सदस्यों के नाम भी सामने आए हैं जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
देहरादून में युवकों को सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह की सूचना एसटीएफ को मिली। जिस पर एसटीएफ तथा आर्मी इंटेलिजेंस ने सूचना एकत्रित करनी शुरू की तो पता चला कि गिरोह का एक सदस्य देहरादून में रहता है और स्वयं को सेना में लेफ्टिनेंट बताता है। मुखाबिरो की सूचना पर एसटीएफ ने आरोपी को गिरफ्तार किया, जिसकी पहचान अंकुर कुमार निवासी यूनियन बैंक वाली गली, निकट वन्यजीव इंस्टीट्यूट चंद्रबनी के रूप में हुई। पूछताछ में गिरोह के तीन अन्य सदस्यों दो अमरोहा (निपेंद्र तथा गावस्कर चौहान) और धामपुर निवासी के अंकित के नाम सामने आए। तीनों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ की टीम रवाना हो गई है।
आरोपी से पूछताछ करने पर पता चला कि आरोपी स्वयं को आर्मी का लेफ्टिनेंट बताकर युवकों को विश्वास में लेता था, वहीं गिरोह के अन्य सदस्य डॉक्टर आदि बन जाते थे। गिरोह ऐसे युवकों को अपना निशाना बनाते थे जो सेना में भर्ती होना चाहते थे। फिर उन्हें सेना में क्लर्क और जीडी पद पर नौकरी के फर्जी नियुक्ति पत्र देकर लाखों रुपए हड़प लेते थे। एसटीएफ को अंकुर के खातों को चेक करने पर विगत सालों से उसके खाते से डेढ़ करोड़ रुपये के बैंक लेन-देन होना पाया गया। एसटीएफ के मुताबिक अभी तक बीस युवकों से धोखाधड़ी का पता चला है।