चैंपियन को पार्टी में रखना आखिर बीजेपी की कौन सी मजबूरी : आप

हल्द्वानी। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता समित टिक्कू ने खानपुर विधायक प्रणव सिंह चैंपियन पर जमकर हमला बोला। आप प्रवक्ता ने कहा कि प्रणव चैंपियन को पार्टी में रखना आखिर बीजेपी की कौन सी मजबूरी बन गई है। प्रणव समय-समय पर प्रदेश को शर्मसार करते रहते हैं। इसके बावजूद बीजेपी उनके काले चिटठों पर पर्दा डालकर बैठी है। विधायक प्रणव कभी उत्तराखंड की पुलिस को नामर्द कहते हैं, कभी हथियार लहराकर लोगों में डर फैलाते हैं। कभी छात्रों को धमकी देते हैं और कभी पार्टी के ही विधायक को अपशब्द कहते हैं। इन्होंने तो देवभूमि उत्तराखंड और यहां के लोगों को भी अपशब्द कहने से गुरेज नहीं किया। जिसकी वजह से इनको बीजेपी से निष्काषन भी सहना पड़ा। इन सबके बावजूद बीजेपी ने विधायक को कुछ समय में ही माफ करके पार्टी में वापस ले लिया। आप प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी ने गुंडागर्दी करने का इन्हें लाईसेंस दे रखा है। इनके पुराने कारनामे अभी भी जनता नहीं भूली थी कि अब इनका दबंगई का एक नया वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें ये अपने ही यहां काम करने वाले कर्मचारियों के साथ दबंगई दिखा रहे हैं। वायरल हो रहे इस वीडियो में वो कर्मचारी रो रो कर अपनी पीडा सुना रहा है कि प्रणव चैंपियन ने उनके घर में ताले लगवा दिए। अब वो अपने परिवार को लेकर आखिर कहां जाए। वहीं विधायक दलील दे रहे हैं कि, कर्मचारी ने उनके फाईनेंस के काले धंधे में करोंडो की हेराफेरी की है। आप प्रवक्ता ने कहा कि विधायक को पहले तो ये बताना चाहिए, उनके पास करोड़ों की कमाई का जरिया क्या है, कितनी हेराफेरी हुई है। आखिर कानून भी कोई चीज़ है। प्रणव चैंपियन की दंबगई से अधिकारी भी डरे रहते हैं, क्योंकि उनको सरकार से संरक्षण प्राप्त है।
आप पार्टी ये पूछना चाहती है कि विधायक को उनके घर पर कब्ज़ा कर उनको घर से निकालने का अधिकार किसने दिया? क्या चैंपियन ऐसे ही अपने कारनामों से जनता से दबंगई करेंगे? क्या बीजेपी इनके कारनामों पर अपनी आंखें बंद कर बैठती है इनके खिलाफ कोई कार्यवाही क्यूं नहीं करती? आप प्रवक्ता ने कहा, अगर मामले में सरकार ने विधायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की तो, आप पार्टी पूरे प्रदेश में इस बड़बोले विधायक के खिलाफ आंदोलन करेगी। आप पार्टी ये मांग करती है कि, सरकार पीडि़त को उसका घर प्रणव चैंपियन से मुक्त करवा कर दे और उसे फौरन पुलिस सुरक्षा दी जाए, क्योंकि चैपियन उस पर हमला भी करवा सकते हैं।