एनसीसी कैडेटों को दिया सेना के वर्ड ऑफ कमांड का प्रशिक्षण

रुड़की। भारतीय सेना की रुड़की छावनी से आए अधिकारियों ने एनसीसी कैडेटों को सेना के वर्ड ऑफ कमांड का प्रशिक्षण दिया। साथ ही उन्हें सेना में भर्ती के लिए जरूरी शैक्षिक योग्यता और शारीरिक नापजोख के बारे में भी बताया। उन्होंने नौकरी नहीं बल्कि, देश के प्रति फर्ज निभाने को सेना में आने का आह्वान किया। गुरुवार को लक्सर स्थित केवी इंटर कॉलेज में एनसीसी कैडेटों के लिए एक दिन का प्रशिक्षण शिविर लगाया गया। प्रधानाचार्य जय प्रकाश सिंह ने एनसीसी लेफ्टिनेंट अश्विनी शर्मा के साथ प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत की। कहा कि एनसीसी अनुशासन और दक्षता सिखाता है। भविष्य में यह दोनों चीजें बहुत काम आती हैं। इसके बाद सेना की रुड़की छावनी से आए सूबेदार यतिंद्र सिंह रावत ने एनसीसी कैडेटों को सेना के वर्ड ऑफ कमांड के बारे में समझाया। कहा कि भारतीय सेना के अनुशासन और साहस का लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है। सेना में आने के बाद जवानों को सबसे पहले इन्हीं दो चीजों में पारंगत किया जाता है। कहा कि सेना चाहे युद्ध लड़ रही हो, सीमा पर पहरा दे रही हो, या फिर छावनी में हो, उसका प्रशिक्षण चलता रहता है। बताया कि सेना में हर काम के लिए कुछ अलग शब्द दिए जाते हैं, उन्हीं शब्दों की कमांड का पालन जवान को करना होता है। थर्ड अफसर अनुज पांडे ने भी बच्चों को प्रशिक्षण दिया। इससे पहले एनसीसी कैडेटों की परेड भी कराई गई।