जोशीमठ और औली में होटलों का सत्यापन शुरू

चमोली। अंकिता हत्या कांड के बाद पुलिस प्रशासन होटलों के संचालन के प्रति गंभीर हो गया है। जोशीमठ के मुख्य नगर समेत, अन्तरराष्ट्रीय स्कीइंग केन्द्र औली, बदरीनाथ और अन्य क्षेत्रों में बने होटलों का प्रशासन की टीम ने पुलिस की मौजूदगी में सत्यापन शुरू कर दिया है। व नियमों में कमी पाये जाने पर होटल स्वामियों को नोटिस दिया जा रहा है। तहसीलदार रवि शाह ने बताया कि औली और जोशीमठ के दर्जनों होटलों में पहुंचकर प्रशासन की टीम ने जांच की है। जिनमें होटलों का जिला पर्यटन विभाग में पंजीकरण, होटल किस नाम से पंजीकृत है का सत्यापन, होटल में यदि रेस्टोरेंट है तो उसने क्या खाद्य सुरक्षा विभाग से एनओसी ली है या नहीं, रेट लिस्ट, होटलों के कक्षों की संख्या, अग्नी समन एनओसी, कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन, महिला कर्मचारियों की संख्या, क्या महिला कर्मचारियों को रात में ड्यूटी में लगाया जाता है या नहीं का वेरिफिकेशन किया जा रहा है। तहसीलदार ने बताया कि अभी तक 8 होटल स्वामियों को प्रशासन ने नोटिस जारी किए हैं।

होटलों का फिर शुरू हुआ वेरिफिकेशन

अन्तरराष्ट्रीय स्कीइंग केन्द्र औली में फल फूल रहे पर्यटन व्यसाय के बीच सरकारी भूमियों में पिछले कुछ वर्षों से तेजी से अतिक्रमण हुए हैं व सरकारी जमीनों में होटल आदि का बेरोक निर्माण हुआ है अब प्रशासन ऐसे निर्माणों पर भी सख्त हो गया है। साथ ही औली में निर्बल तबके के लोगों को सरकार पर लीज में दी गई भूमि में भी पिछले कुछ वर्षों से अन्य लोगों द्वारा लीज या किरायेनामे की आड़ में टेंन्ट कालोनियां व अन्य निर्माण किए गए हैं। जिसे लेकर अब प्रशासन सख्त हो गया है। तहसीलदार रवि शाह ने बताया कि औली में सरकारी भूमि में अतिक्रमण एवं निर्माण की खबरें लंबे समय से प्रशासन को मिल रही थी अब ऐसे सभी अतिक्रमण से बने प्रतिष्ठानों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। कहा कि ऐसे सभी लोगों को उनका पक्ष रखने के लिए जल्द नोटिस जारी किए जा रहे हैं ताकि नियमानुसार कार्यवाही की जा सके।