कोरोना संक्रमण से महिला चिकित्सक की मौत

देहरादून। डॉक्टर को भगवान का दर्जा इसीलिए दिया गया है, क्योंकि वह गंभीर से गंभीर बीमार मरीज में भी जीने की आस जगा देता है। कोरोनाकाल में चिकित्सकों ने इसे चरितार्थ भी कर दिखाया है। इस दौरान बड़ी संख्या में चिकित्सक संक्रमित हुए, तो कुछ को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है। सोमवार को कोरोना संक्रमण के कारण और एक चिकित्सक ने दम तोड़ दिया। महिला चिकित्सक के निधन से आईएमए पदाधिकारियों एवं चिकित्सकों में शोक की लहर है। शहर की वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मंजू काला की कोरोना के कारण मौत हो गई है। इससे पहले एक निजी अस्पताल में कार्यरत वरिष्ठ फिजीशियन एवं नर्सिंग कॉलेज में प्राचार्य डॉ. जीएस जादौन की मौत हो चुकी है। आइएमए के जिलाध्यक्ष डॉ. अजय खन्ना एवं सचिव डॉ. रूपा हंसपाल ने बताया कि 65 वर्षीय डॉ. मंजू काला करीब 35 वर्ष से दून में अपनी सेवाएं दे रही थीं। कोरोनाकाल में भी वह पूरी शिद्दत से मरीजों की सेवा में जुटी रहीं। करीब 25 दिन पूर्व वह कोरोना की चपेट में आ गईं। उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह कई दिन से वेंटीलेटर पर थीं। किडनी और रेस्प्रेटरी फेलियर की वजह से उनका निधन हो गया। वहीं, डॉ. जादौन का भी कुछ दिन पहले एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था। दून में अब तक 150 से अधिक चिकित्सक कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। सरकारी ही नहीं निजी अस्पतालों में तैनात कई चिकित्सक भी अब तक संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें कई डॉक्टर ऐसे भी हैं, जिनकी उम्र 30 वर्ष से भी कम है। जिस तेजी से फ्रंटलाइन वॉरियर संक्रमित हो रहे हैं, उससे अन्य चिकित्सकों में भी भय बना हुआ है।