टेरर कनेक्शन पर एसटीएफ का बड़ा एक्शन, अलकायदा के 2 संदिग्ध आतंकी दबोचे

बेंगलुरु (आरएनएस)।  पश्चिम बंगाल में टेरर कनेक्शन को लेकर एक बड़ा एक्शन सामने आया है। राज्य पुलिस की विशेष कार्यबल (एसटीएफ) इकाई ने शासन थाना क्षेत्र के खारीबाड़ी से प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अलकायदा के दो संदिग्ध सदस्यों को गिरफ्तार किया। वे भारतीय उप-महाद्वीप में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अल-कायदा के सक्रिय सदस्य हो सकते हैं। जानकारी के मुताबिक स्पेशल टास्क फोर्स ने बीती रात करीब 8 बजे दोनों को हिरासत में लिया।
एसटीएफ सूत्रों का कहना है कि हिरासत में लिए गए लोगों की पहचान गंगारामपुर, जिला दक्षिण दिनाजपुर निवासी अब्दुर रकीब सरकार और हुगली जिले के आरामबाग निवासी काजी अहसन उल्लाह के रूप में हुई है।
पश्चिम बंगाल पुलिस के एसटीएफ ने दावा किया कि उनके कब्जे से भारत के खिलाफ युद्ध छेडऩे का संकेत देने वाले कई कट्टरपंथी साहित्य जब्त किए गए हैं। हिरासत में लिए गए दो आरोपियों के खिलाफ यूएपीए और आईपीसी के तमाम धाराओं के तहत एक विशिष्ट मामला दर्ज किया जा रहा है और अन्य 17 एफआईआर का नाम अब तक की पूछताछ के दौरान सामने आया है।

आतंकवादी सैफुल्ला 5 साल से इंटरनेट के जरिए ले रहा था आतंकी गतिविधियों की जानकारी
इधर, यूपी के फतेहपुर से लखनऊ एटीएस की टीम ने हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्ला को देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने चलते गिरफ्तार किया था। अब उसने अपने कई राज उगले हैं। सैफुल्ला ने बताया कि पिछले 5 साल से वह इंटरनेट के जरिए आतंकी गतिविधियों की जानकारी ले रहा था। वह आतंकी संगठनों से प्रभावित था क्योंकि वह भारत को इस्लामिक देश बनाने का सपना देख रहा था।
उसने बताया कि करीब ढाई साल पहले सोशल मीडिया के जरिए आतंकी संगठनों के ग्रुप से जुड़ा। उसने अपने आसपास के युवाओं को जोडऩे का अभियान चलाया था। उसके ग्रुप में फतेहपुर, कानपुर, प्रयागराज के युवा जुड़े थे। उत्तर प्रदेश के अलावा झारखंड, महाराष्ट्र, कश्मीर और गुजरात में भी आतंक से जुड़े सक्रिय लोगों की पुष्टि की है। सैफुल्ला उर्फ हबीबुल ने इनमें से 8 लोगों के नाम एटीएस को बताए हैं।