मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाएगी भाजपा, सांसद से लेकर सभासद तक करेंगे जनसंपर्क
देहरादून। भाजपा प्रदेश नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के आठ साल की उपलब्धियों को पूरे प्रदेशभर में गिनाएगी। इसके लिए राज्य के सांसद से लेकर वार्ड सदस्य तक के कार्यकर्ता जनसंपर्क में जुटेंगे। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल गोयल को इस कार्यक्रम का संयोजक बनाया गया है।
बुधवार को भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने यह जानकारी दी। कौशिक ने बताया कि स्वयं पीएम मोदी ने एक दिन पहले इस कार्यक्रम का आगाज किया है। अब भाजपा कार्यकर्ता जन-जन तक सरकार की उपलब्धियों को पहुंचाने के लिए बड़ा अभियान शुरू किया है। पखवाड़े के तहत पार्टी के सांसद, मंत्री, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, मेयर, पालिकाध्यक्ष, नगर पंचायत अध्यक्ष से लेकर हर जनप्रतिनिधि कम से कम 75 घंटें जन संपर्क करेगा।
उन्होंने बताया कि सीएम पुष्कर धामी दो जून को हल्द्वानी में इसकी शुरूआत करेंगे। पखवाड़े के अंतर्गत पार्टी ने हर वर्ग के लोगों से संपर्क करने का निर्णय लिया है। कार्यकर्ता किसान, महिला, अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी, शहरी गरीब, लाभार्थी वर्ग तक अपनी ठोस पहुंच बनाएगा। हल्द्वानी में सात जून से शुरू होने वाली दो दिवसीय कार्य समिति में भी पखवाड़े के अन्य कार्यक्रम तय होंगे। कौशिक ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में एक भारत श्रेष्ठ भारत निर्माण की दिशा में देश आगे बढ़ा है। वर्ष 2014 से पहले देश की एक आबादी मुख्य धारा से अलग-थलग थी। इनमें खासकर महिलाएं शामिल थी। मोदी ने जब इनके जनधन खाते खुलवाने का ऐलान किया तो विपक्षी कांग्रेस ने इसका मजाक उड़ाया था। आज देश में 45 करोड़ महिलाओं के जनधन खाते खुल चुके हैं।
कांग्रेस का विरोध सिर्फ वोट बैंक के खातिर
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कौशिक ने कहा कि कांग्रेस के 60 साल की तुलना में मोदी सरकार के आठ साल में ऐतिहासिक फैसले और कदम उठाए गए। कांग्रेस ने सिर्फ वोट बैंक की खातिर इन फैसलों का विरोध किया। उन्होंने टीएमसी, आप और सपा नेताओं पर भी हमला बोला और कहा कि इन्होंने भी सेना का मनोबल तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उत्तराखंड में बेरोजगारी के सवाल पर कौशिक बोले कि भाजपा सरकार में छह लाख से ज्यादा युवाओं को रोजगार से जोड़ा गया। महंगाई के सवाल पर कहा कि भाजपा शासित राज्यों में पेट्रोल-डीजल पर वैट कम किया गया, जबकि कांग्रेस शासित राज्यों ने इसे कम नहीं किया। उन्होंने कांग्रेस के चिंतन शिविर पर भी निशाना साधा और कहा कि उसमें कुछ निकलने वाला नहीं है।