नेस्ले इंडिया ने 7000 किसानों के साथ किया करार

गुरुग्राम। नेस्ले इंडिया ने डेयरी क्षेत्र से संबंधित 7,000 किसानों के साथ साझेदारी की है। इसमें कंपनी आंतों के किण्वन को कम, चारा प्रबंधन और खाद प्रबंधन में सुधार के माध्यम से पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को अपनाने में मदद करेगी। विश्व पृथ्वी दिवस की पूर्व संध्या पर नेस्ले इंडिया ने एक बयान में कहा, कंपनी ने पिछले 15 वर्षों में हर टन उत्पादन के लिए ऊर्जा के उपयोग में लगभग 43 प्रतिशत, पानी के उपयोग में लगभग 52 प्रतिशत, अपशिष्ट जल के उत्पादन में लगभग 67 प्रतिशत और विशिष्ट प्रत्यक्ष जीएचजी उत्सर्जन में 57 प्रतिशत की कमी की है।
यह साझेदारी किसानों को पर्यावरण के अनुकूल कृषि तरीकों में प्रशिक्षण देने पर ध्यान केंद्रित करेगी, जिससे उन्हें सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता वाले कच्चे माल का उत्पादन करने में मदद मिलेगी।
डेयरी किसानों के अलावा नेस्ले मसाला और कॉफी किसानों के साथ मिलकर काम कर रही है, जिससे उन्हें स्थायी रूप से साधन मिल सकें।
कंपनी के कॉफी किसानों के साथ की गयी साझेदारी के प्रभावी परिणाम सामने आए हैं। इससे 23 प्रतिशत पानी के इस्तेमाल में कमी आयी है जबकि पैदावार 18 प्रतिशत तक बढ़ी है।

कंपनी अपने सभी ब्रांडों में प्लास्टिक के इस्तेमाल की बारीकी से जांच कर रही है, जो कि वर्ष 2025 तक 100 प्रतिशत रिसाइकल या पुन: इस्तेमाल पैकेजिंग के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को मजबूत करती है।
नेस्ले इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुरेश नारायण ने कहा, प्राकृतिक और गैर-नवीकरणीय संसाधनों का सतत उपयोग हमेशा पर्यावरण के पोषण और संरक्षण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का हिस्सा रहा है।
उन्होंने कहा, स्थिर भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए सामग्री की जिम्मेदार साधन प्रबंध करना आवश्यक है। उत्पादन की मात्रा को अधिकतम करते हुए परिचालन क्षमता में सुधार, प्राकृतिक संसाधनों की खपत को कम करने और पानी, ऊर्जा एवं सीओ2 उत्सर्जन को कम करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।

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