होटलों की फर्जी वेबसाइट से हो रही ठगी से बचें

नई टिहरी। हेलो टिहरी की मदद से पुलिस ने आम लोगों व पर्यटकों को ठगी से बचने की हिदायत दी है। पुलिस ने बताया कि ऑनलाइन ठगी के अधिकतर मामलों में देखा जा रहा है कि लोग असली और नकली वेबसाइट की पहचान न पाने के कारण अक्सर लुभावने ऑफर्स के कारण फर्जी साइट के जरिए ठगी का शिकार हो रहे हैं। जिसे लेकर सावधानी बरतने की अपील की है। टिहरी पुलिस ने पहल करते हुये हलो टिहरी की मदद से आन लाइन ठगी को लेकर जागरूक करते हुये बताया कि कुछ शब्दों को बदलकर हुबहु नाम वाली होटलों की वेबसाइट के माध्यम से लोगों को आन लाइन ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। होटलों की वेबसाइट को हैक कर भी ठगी की जा रही है। आगामी 3 मई से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा को देखते हुये पर्यटकों व आम लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। इसके लिए असली वेबसाइट का खोजने के लिए कुछ बातों को ध्यान रखना होगा। जिसके तहत फर्जी ईमेल में वेबसाईट की स्पेलिंग गलत लिखी होती है। इसलिए पहले वेबसाइट की स्पेलिंग को ध्यान से देखें। अनजाने व संदिग्ध लिंग पर क्लिक न करें। मशहूर कंपनी के नाम से साइबर ठग मिलती-जुलती साईट बनाकर लिंक भेजते हैं। जिसके लिए संदेह होने पर वेबसाइट के डोमेन नेम को जरूर जांच लें। इसके लिए इंटरनेट पर सर्च के माध्यम से मिलान करें। ठग वेबसाइट पर मिलता-जुलता यूआरएल फर्जी साइट में प्रयोग करते हैं। असली यूआरएल एचटीटीपीएस से शुरू होगा, जबकि फर्जी यूआरएल एचटीटीपी से शुरू होगा। हाईपरलिंक पापअप के रूप में दिख जायेगा। यदि किसी साइट पर कोई संपर्क नंबर या फिर ईमेल न मिले, तो वेबसाईट फर्जी हो सकती है। गुगल एकांउट सुरक्षित रखने के लिए टू स्टेप वेरिफिकेशन मोड को अपनायें।