रिस्पना नदी के किनारे पत्थर रखकर और रस्सी लगाकर कब्जाई जा रही सरकारी जमीन

देहरादून। दून को एक तरफ स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में काम चल रहा है। दूसरी तरफ यहां सरकारी जमीनों को कब्जाने का बड़ा खेल चल रहा है। कैनाल रोड से धोरणखास वार्ड के गंगोत्री विहार में रिस्पना नदी के किनारे पत्थर रखकर और रस्सी लगाकर सरकारी जमीन कब्जाने का प्रयास किया जा रहा है।

रिस्पना नदी के सौंदर्यीकरण के लिए प्रस्तावित इस भूमि पर अवैध प्लॉटिंग की तैयारी है। जबकि मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) नगर निगम शिकायत के बाद भी कोई सुध नहीं ले रहे। स्थानीय पार्षद चुन्नीलाल, कमल थापा ने बताया कि बीते करीब छह माह से गंगोत्री पुल से धोरण पुल तक रिस्पना नदी के किनारे जमीन पर कब्जा करने की फिराक में कुछ लोग लगातार यहां आ रहे हैं। लोग बाकायदा पत्थर और रस्सी लगाकर जमीनें चिन्हित कर रहे हैं। अक्सर ये लोग जमीनों की निशानदेही करने रात के समय आते हैं। ताकि आसपास के लोगों को इस बात की भनक न लगे कि वह क्या कर रहे हैं। स्थानीय लोगों ने एमडीडीए और नगर निगम से समय रहते जमीनों पर मालिकाना हक के बोर्ड लगाने की मांग की है।

सरकारी आवास नहीं जमीन चाहिए
जमीनें चिह्नित करने के लिए पहुंच रहे ये लोग नागलपुल, चूनाभट्टा आदि इलाकों से यहां पहुंचते हैं। हाल ही पार्षदों ने इन्हें समझाते हुए कहा कि वह पीएम आवास योजना के तहत बने फ्लैटों में क्यों नहीं जाते। तो जवाब मिला कि उन्हें फ्लैट नहीं बल्कि जमीन चाहिए। जाहिर है वह पूरे योजनाबद्ध तरीके से जमीन कब्जाने का प्रयास कर रहे हैं।

अड़ंगा डाला तो नहीं देंगे वोट
जमीनें कब्जाने के लिए पहुंच रहे लोग पार्षदों को यह तक चेतावनी दे रहे हैं कि यदि उन्हें जमीन पर बसने से रोका तो वह आगामी चुनाव में उन्हें वोट नहीं देंगे। इतना ही नहीं पार्षदों ने बीते दिनों नदी से सटी जमीन से निशानदेही को लगाए पत्थर हटाए तो बड़ी संख्या में ये लोग विरोध करने पहुंच गए।

रात के अंधेरे में झाड़ी काटकर साफ की जा रही जमीन
रिस्पना नदी से सटी खाली जमीन पर इन दिनों झाड़ियों को साफ किया जा रहा है। इस काम को कुछ लोग रात के समय अंजाम दे रहे हैं। आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि शोरगुल करने पर रात को लोगों को हटाते हैं तो वह बहस करना शुरू कर देते हैं। उधर नगर निगम के पार्षद दून विहार, जाखन, राजपुर समेत अन्य वार्डों में जमीनें कब्जा होने के मामले में एमडीडीए में धरना प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं।