चीन विमान दुर्घटना मामला : जांच के लिए अमेरिकी दल रवाना, 132 लोगों की हुई थी मौत

बीजिंग। चीन में 132 लोगों की मौत का कारण बनी हवाई दुर्घटना की जांच अमेरिकी दल करने जा रहा है। टीम चीन के लिए रवाना हो चुकी है। चाइना ईस्टर्न एयरलाइन्स का बोइंग 737-800 जहाज 21 मार्च को गुआंग्झी झुआंग क्षेत्र में क्रैश हो गया था।
एनटीएसबी की टीम सिविल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ चाइना की बी-737 दुर्घटना की जांच में भाग लेने के लिए चीन रवाना हो गया है। एनटीएसबी ने बताया कि अमेरिकी जांचकर्ता उन लोगों से संपर्क सीमित रखेंगे, जो जांच में शामिल नहीं है। बताया गया है कि इससे टीम बगैर क्वारंटीन हुए तत्काल काम शुरू कर सकेगी।

भारत भी हो गया था सतर्क
चीन में हुई विमान दुर्घटना के बाद भारत भी बोइंग विमान को लेकर सतर्क हो गया था। खबर है कि भारत की तीन विमान कंपनियों में बोइंग 737 विमान हैं। इनमें स्पाइसजेट, विस्तारा और एयर इंडिया एक्सप्रेस का नाम भी शामिल है। डीजीसीए प्रमुख अरुण कुमार ने कहा कि उड़ान सुरक्षा गंभीर मामला है और हम स्थिति का बारीकी से अध्ययन कर रहे हैं। इस बीच, हम अपने 737 बेड़े की निगरानी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

अक्टूबर 2018 और मार्च 2019 के बीच छह महीने की अवधि में दो बोइंग 737 मैक्स विमान दुर्घटनाओं में शामिल थे जिसमें कुल 346 लोग मारे गए थे। इन दो दुर्घटनाओं के बाद डीजीसीए ने मार्च 2019 में भारत में बोइंग 737 मैक्स विमानों पर प्रतिबंध लगा दिया था। बोइंग द्वारा डीजीसीए की संतुष्टि के लिए सॉफ्टवेयर में किए गए आवश्यक सुधारों के बाद विमान के वाणिज्यिक संचालन पर प्रतिबंध पिछले साल अगस्त में 27 महीने बाद हटा लिया गया था।

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