छावनी बोर्ड की बैठक में बनी लंबित समस्याओं के निस्तारण पर सहमति
विकासनगर। अगर योजना परवार चढ़ी तो छावनी परिषद क्षेत्र में पेयजल संकट से लोगों को काफी हद तक निजात मिल सकेगी। राज्य में लगी आचार संहिता समाप्त होने के बाद शुक्रवार को चकराता छावनी परिषद की बोर्ड की बैठक में ट्यूबवेल केनिर्माण पर सहमति बनी है। बैठक में लंबे समय से लंबित पड़े कई मुद्दों पर चर्चा की गई।
शुक्रवार को चकराता छावनी परिषद की बोर्ड की बैठक आयोजित की गई। बैठक छावनी परिषद चकराता के अध्यक्ष कर्नल कमल पांडेय की अध्यक्षता में शुरू हुई। बोर्ड सचिव और मुख्य अधिशासी अधिकारी कुनाल रोहिला ने सबसे पहले नवनियुक्त बोर्ड अध्यक्ष कर्नल पांडेय को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। परिषद के मनोनीत सदस्य अनिल चांदना ने बताया कि बैठक में सर्वप्रथम बोर्ड में आय-व्यय का लेखा-जोखा रखा गया और छावनी क्षेत्र में चल रहे सार्वजनिक निर्माण कार्यों पर भी चर्चा हुई। बताया कि छावनी परिषद में बरसात के दौरान टूटी सुरक्षा दीवारों और अन्य जरूरी मरम्मत के कार्य कराने पर भी बोर्ड में सहमति बनी। उन्होंने बताया कि छावनी क्षेत्र में पेयजल की समस्या है। गर्मी के मौसम में स्थानीय निवासियों को पेयजल के लिए परेशान होना पड़ता है। कहा इस समस्या को देखते हुए नए बोरवेल के लिए अतिशीघ्र निविदाएं आमंत्रित करने की बात भी बोर्ड में रखी। जिस पर मुख्य अधिशासी अधिकारी ने जल्द कार्यवाही का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया की छावनी परिषद द्वारा बनाये जाने वाली वोटर लिस्ट के संबंध में उन्होंने पारदर्शिता बरतने की बात बोर्ड में रखते हुए कहा कि लिस्ट बनाने वाले कर्मचारियों को जोड़े जाने वाले नामों को लेकर सतर्कता बरतनी चाहिए। बैठक में बोर्ड अध्यक्ष, मनोनीत सदस्य, बोर्ड सचिव समेत कार्यालय अधीक्षक अमित साहू मौजूद रहे।