उत्तराखंड में ओमिक्रोन के 3 नए मरीजों के साथ ओमिक्रोन केस हुए 4

देहरादून। उत्तराखंड में सोमवार को 3 और मरीजों में ओमिक्रोन संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिसके चलते स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार उत्तराखण्ड में ओमिक्रोन पॉजिटिव 3 नये मरीज हरिद्वार एवं देहरादून में पाये गये हैं, इस प्रकार राज्य में ओमिक्रोन पॉजिटिव मरीजों की कुल संख्या 4 हो गयी है।
नये ओमिक्रोन पॉजिटिव मरीजों के बारे में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य महानिदेशक डा० तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि एक 28 वर्षीय व्यक्ति यमन से भारत आया और जिसका सैम्पल मेला चिकित्सालय, हरिद्वार द्वारा कोविड-19 जांच उपरान्त पॉजिटिव पाया गया है। पॉज़िटिव मरीज को आईसोलेट कर आवश्कीय कदम उठाए गए हैं। इसी क्रम में राजपुर रोड, देहरादून निवासी दो मरीज क्रमशः 74 वर्षीय पुरूष एवं 65 वर्षीय महिला में ओमिक्रोन वेरियन्ट के पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। यह दोनो मरीज दुबई से लौटे परिवार के सम्पर्क में आये थे।
महानिदेशक डा० बहुगुणा ने बताया कि गत 11 दिसम्बर को लंदन से देहरादून आयी पहली अंतर्राष्ट्रीय 34 वर्षीय महिला यात्री की कोविड रिपोर्ट ओमिक्रोन वेरियन्ट के लिए निगेटिव पायी गयी है।

राज्य में ओमीक्रोन और कोरोना के मरीजों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए स्वास्थ्य सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय ने सभी जनपदों के सीएमओ को ओमीक्रोन से बचाव एवं नियत्रंण को लेकर विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों में कहा गया है कि-

-सभी चिकित्सा इकाइयों पर इनफ्लूएंजा और सांस के गंभीर संक्रमण ग्रसित मरीजों की सघन निगरानी की जाए और इस प्रकार के समस्त मरीजों का कोविड-19 टेस्ट भी कराया जाए। पहले से ही अन्य रोगों से पीड़ित संवेदनशील मरीजों को भी कोविड-19 जांच की परिधि में रखा जाए और पॉजिटिव पाये जाने पर उन्हे होम आइसोलेशन या चिकित्सा इकाईयों पर उपचार की स्थिति अनुसार रखा जाए।
– होम आइसोलेशन मरीजों पर कंट्रोल रूम के माध्यम से निगरानी रखी जाए और उनके घर पर जाकर भी देखा जाए। सभी कोविड पॉजिटिव व्यक्तियों के संपर्क में आये लोगों की सघन ट्रेसिंग की जाए और औसतन संपर्क में आये हुए 20 व्यक्तियों की आईसीएमआर गाइडलाइन के अनुसार कोविड जांच की जाए।
– कुल कोविड जांच के रेशियो में आरटीपीसीआर टेस्ट अधिक कराए जाएं।
– सभी पोजिटिव सैंपल बिना किसी देरी के जिनोम सिक्वेसिंग के लिए दून मेडिकल कॉलेज की लैब भेजे जाएं।
– आमजन द्वारा मास्क लगाए जाना सुनिश्चित कराया जाए।
– कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन किए जाने के बारे में समुदाय की सहभागिता को लेकर व्यापक जागरूकता उत्पन्न की जाएं।
– शत-प्रतिशत कोविड वैक्सीनेशन को कराए जाने के सभी संभव प्रयास अमल में लाए जाएं और इसे अभियान के तौर पर चला कर 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन का कार्य पूर्ण किया जाए।
– जिला अस्पतालों में आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड व रेफरल के लिए एम्बुलेंस/कोविड वाहनों की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए। इसके अतिरिक्त चिकित्सालयों में ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर और ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट का संचालन पूर्ण रखा जाए।
– जिला स्तर पर एक टीम गठित कर ली जाए जिसमें प्रशासन, पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल करते हुए होम आइसोलेशन, क्वारंटाइन एवं कनटेनमेंट जैसी गतिविधियों को प्रभावी तौर पर अमल में लाया जाए।
– सभी जिला स्तरीय कोविड कंट्रोल रूम को संचालित करने व कंट्रोल रूम में प्रशिक्षित कार्मिकों और टेलीफोन आदि की व्यवस्थाएं दुरस्त करते हुए कंट्रोल रूम नंबर को व्यापक स्तर पर प्रसारित किया जाए।