मेडिकल कॉलेज आउटसोर्सिंग स्वास्थ्य कर्मचारियों की संविदा पर नियुक्ति व अन्य मांगों को लेकर काली पट्टी बांध सांकेतिक विरोध जारी

अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में कोरोना मरीजों की देखभाल में लगे और ग्राउंड जीरो पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मचारियों ने 11 तारीख से काला फीता बांध कर काम करना शुरू किया है। लगातार 10 दिनों से सभी आउटसोर्सिंग स्वास्थ्य कर्मचारी काली पट्टी बांध कर ही कार्य कर रहे हैं। आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का इसके पीछे यह तर्क है कि उन्हें पिछले 2 महीने से वेतन नहीं मिला है व उनका कोई जीवन बीमा भी नहीं है और उन्होंने सीएम तीरथ सिंह रावत के 10 तारीख को अल्मोड़ा आने पर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया और ज्ञापन भी दिया। ज्ञापन के माध्यम से स्वास्थ्य कर्मियों ने समय पर वेतन ना मिलने की शिकायत की। उन्होंने बताया की उनका AVSM आउटसोर्सिंग कंपनी, पीआरडी व उपनल के जरिए मेडीकल कालेज अल्मोड़ा में विभिन्न पदों पर चयन हुआ। लगातार एक साल से सभी कर्मचारी दिन रात कार्य कर रहे हैं परंतु कर्मचारियों का कोई जीवन बीमा नही हुआ है और समय पर वेतन ना मिलने से उन्हें कई समस्याओं से भी गुजरना पड़ता है। कर्मचारियों ने वेतनमान को बढ़ाने, जीवन बीमा करने और अपनी नियुक्ति को विभागीय तौर पर संविदा में करने को कहा है।

स्टाफ नर्स शिवानी जोशी ने कहा की स्टाफ की पहले से ही कमी है तो इसलिए हम सांकेतिक विरोध करते हुए काली पट्टी बांध कर काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया की जब तक उनकी मांगे मान नहीं ली जाती हैं वह इसी प्रकार से अपना विरोध करेंगे और सभी मरीजों की सेवा भी करेंगे। उन्होंने बताया की उन्हें अब विभिन्न राजनैतिक दलों के नेताओ और समाजसेवियों का भी सहयोग प्राप्त हो रहा है। उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मियों का बीमा करने और सभी विभागीय तौर पर संविदा में नियुक्त करने की मांग भी की है।

लगातार 10 दिनों से काला फीता बांध कर काम करने वालों में रजनीश तिवारी, आशीष तिवारी, नेहा कनवाल, कृतिका वर्मा, गीता वर्मा, अर्चना रौतेला, गीता कर्मियाल, कामेश गोस्वामी, हिमांशु जोशी, गौरव कुमार, वंदना चौङीया, पूजा दीक्षित, सागर फर्तियाल, कमलेश मिश्रा, पूजा फुलरा, रेनु सतवाल, एकता, दीपिका, शिवानी जोशी, सुष्मिता, किशन चन्द्रा, वंदना लुईस, सुरेश राम, दीक्षा, कृतिका, चेतन पंत, सुमन शैली, अनुभा, हेमा, मनोज, रवीना, लीला, सुप्रिया आदि सभी आउटसोर्सिंग कर्मचारी मौजूद रहे।