
कर्णप्रयाग। कुमाऊँ विश्वविद्यालय नैनीताल के कुलपति प्रो. एन के जोशी की नियुक्ति में हुई गड़बड़ी को लेकर हेमवती नंदन बहुगुणा विवि श्रीनगर गढ़वाल के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष इन्द्रेश मैखुरी ने इस बाबत राज्यपाल के नाम ज्ञापन डाक से प्रेषित किया है। राज्यपाल के नाम सम्बोधित ज्ञापन में इन्द्रेश मैखुरी ने नियम एवं अर्हताओं का हवाला देकर कहा है कि एक व्यक्ति एक विश्वविद्यालय के दूसरे देश में सम्बद्ध कॉलेज में पूर्णकालिक प्रोफेसर होने के साथ मूल देश में उस विवि में एडजंक्ट प्रोफेसर हो यह दवा भ्रामक प्रतीत होता है। कुमाऊँ विश्वविद्यालय नैनीताल के कुलपति पद के लिए आवेदन आमंत्रित करने वाली विज्ञप्ति में उल्लेख था कि ‘विवि में कम से कम दस वर्षों के लिए आचार्य के रूप में अनुभव या एक प्रतिष्ठित अनुसन्धान या शैक्षणिक नेतृत्व के साक्ष्य के साथ 10 वर्षों के अनुभव के साथ एक विशिष्ट शिक्षाविद होना चाहिए।’ सूचना के अधिकार से प्राप्त प्रो. एन के जोशी के बायोडाटा को देखकर यह स्पष्ट होता है कि उपरोक्त अनिवार्य अर्हता प्रो. एन के जोशी पूरा नहीं करते हैं उनके प्रोफेसर होने का जो भी दावा है वो निजी संस्थानों का है जहाँ की नियुक्ति प्रक्रिया की वैधता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने का कोई माध्यम या पैमाना नहीं है। श्री मैखुरी ने ज्ञापन में वर्णित तथ्यों के आधार पर प्रो. एन के जोशी की नियुक्ति तत्काल रद्द करने की मांग की तथा साथ ही किन परिस्थितियों में अनर्ह व्यक्ति की नियुक्ति की गई इस बात की जांच के आदेश जारी करने की भी मांग की है।





