टीआरपी घोटाले के आरोपी बार्क के पूर्व सीईओ पार्थ दासगुप्ता को मिली जमानत
नई दिल्ली (आरएनएस)। टीआरपी स्कैम में आरोपी ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल के पूर्व सीईओ पार्थ दासगुप्ता को बड़ी राहत मिली है। टीआरपी स्कैम मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट ने पार्थ दासगुप्ता को जमानत दे दी है। दासगुप्ता को मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने बीते साल 24 दिसम्बर को कथित टीआरपी हेराफेरी मामले में गिरफ्तार किया था, तभी से वह जेल में हैं।
जानकारी के मुताबिक, बार्क के पूर्व सीईओ पार्थ दासगुप्ता को 2 लाख रुपए के बेल बॉन्ड पर जमानत दी गई है। उन्हें अपना पासपोर्ट अदालत के समक्ष जमा करना होगा और हर महीने 6 महीने की अवधि के लिए अपराध शाखा के समक्ष उपस्थित होना होगा।
इससे पहले जनवरी महीने में पार्थ दासगुप्ता की बेल याचिका को मुंबई की स्थानीय अदालत ने ठुकरा दिया था, जिसके बाद उऩ्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान मुंबई की एक कोर्ट ने उस वक्त कहा था कि उन्होंने घोटाले में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मुंबई पुलिस ने अदालत को बताया था कि रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्णब गोस्वामी ने समाचार चैनल के दर्शकों की संख्या बढ़ाने के लिए दासगुप्ता को लाखों रुपये की कथित तौर पर रिश्वत दी थी।
वहीं, बीते महीने पार्थ दासगुप्ता को मध्य मुंबई स्थित राजकीय जेजे अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। मधुमेह से पीडि़त दासगुप्ता को शनिवार तडक़े नवी मुंबई स्थित तलोजा केंद्रीय जेल से अस्पताल ले जाया गया था। आधी रात में दासगुप्ता का ब्लड शुगर लेवल बढ़ गया था।