
उत्तरकाशी(आरएनएस)। शीतकाल के लिए गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट रविवार को पर्यटकों के लिए बंद कर दिए गए है। पार्क के गेट अब अगले वर्ष एक अप्रैल को खेले जाएंगे। इस वर्ष नेशनल पार्क का दीदार करने के लिए 29,162 पर्यटक पहुंचे। जिनकसे पार्क प्रशासन को 81 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ। रविवार को गंगोत्री नेशनल पार्क ने गर्तांगली और कनखू बैरियर के पास स्थित गेट पर ताला लगाकर बंद कर दिए हैं। अब अगले साल देश-विदेश के पर्यटक और पर्वतारोही नेशनल पार्क की सैर कर सकेंगे। इस साल पार्क क्षेत्र में पड़ने वाले गोमुख, तपोवन, केदारताल, रुद्रगैरा, सुंदर वन, नंदन वन, बासुकी ताल, भैंरोघाटी, नेलांग, गर्तांगली व कालिंदी चौखम्बा पास बदरीनाथ ट्रेक पर करीब 29,162 पर्यटकों और पर्वतारोहियों की चहल कदमी रही। पर्यटकों और पर्वतारोहियों की चहलकदमी से पार्क प्रशासन ने करीब 80,96,750 रुपये का राजस्व प्राप्त किया। धराली आपदा के कारण पर्यटकों और पर्वतारोहियों की आमद कुछ इस साल कम रही है। जबकि पिछले साल पार्क क्षेत्र में 31586 पर्यटक और पर्वतारोही नेशलन पार्क में घुमने के लिए आए थे। जिससे पार्क प्रशासन ने 85,11,600 का राजस्व प्राप्त किया था। वन क्षेत्राधिकारी प्रदीप बिष्ट ने बताया कि शीतकाल के लिए गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट बंद कर दिए है। उन्होंने बताया इस पार्क क्षेत्र में 29162 पर्यटकों व पर्वतारोही पहुंचे थे। कहा कि अगले साल आगामी 1 अप्रैल को पार्क क्षेत्र के गेट पर्यटकों के लिए विधिवित खोले जाएंगे।

