Skip to content

RNS INDIA NEWS

आपकी विश्वसनीय समाचार सेवा

Primary Menu
  • मुखपृष्ठ
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • राज्य
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • उत्तरकाशी
      • ऊधम सिंह नगर
      • बागेश्वर
      • चम्पावत
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • चमोली
      • देहरादून
      • पौड़ी
      • टिहरी
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
    • अरुणाचल
    • आंध्र प्रदेश
    • उत्तर प्रदेश
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सोलन
    • दिल्ली
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • मणिपुर
    • राजस्थान
    • त्रिपुरा
  • अर्थ जगत
    • बाजार
  • खेल
  • विविध
    • संस्कृति
    • न्यायालय
    • रहन-सहन
    • मनोरंजन
      • बॉलीवुड
  • Contact Us
  • About Us
  • PRIVACY POLICY
Watch
  • Home
  • राज्य
  • उत्तराखंड
  • उत्तराखंड में भू-उपयोग परिवर्तन की समयसीमा तय, ऑनलाइन पोर्टल से छह से बारह माह में पूरी होगी प्रक्रिया
  • उत्तराखंड
  • देहरादून

उत्तराखंड में भू-उपयोग परिवर्तन की समयसीमा तय, ऑनलाइन पोर्टल से छह से बारह माह में पूरी होगी प्रक्रिया

RNS INDIA NEWS 25/10/2025
default featured image
WhatsApp Image 2025-10-21 at 17.03.53
WhatsApp Image 2025-10-20 at 09.26.35_11zon

देहरादून। उत्तराखंड में जमीनों का भू-उपयोग परिवर्तन (सीएलयू) अब अधिक पारदर्शी, आसान और समयबद्ध प्रक्रिया के तहत किया जाएगा। राज्य सरकार ने इसके लिए ऑनलाइन पोर्टल की सुविधा उपलब्ध करा दी है, जिससे नागरिकों को अब दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। नई व्यवस्था में पूरा कार्य 18 चरणों में पूरा होगा।

आवास विभाग द्वारा जारी ताजा दिशा-निर्देशों के अनुसार, भू-उपयोग परिवर्तन के लिए जमीनों को तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है। इनमें 4,000 से 10,000 वर्ग मीटर तक का भू-उपयोग परिवर्तन प्राधिकरण स्तर पर, 10,000 से 50,000 वर्ग मीटर तक का उत्तराखंड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण स्तर पर, जबकि 50,000 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल वाले प्रकरणों की प्रक्रिया प्राधिकरण और शासन समिति दोनों के स्तर पर पूरी की जाएगी।

विभाग के अधिकारियों के अनुसार, सभी श्रेणियों के लिए 18 से 20 चरणों की प्रक्रिया तय की गई है, जिसे छह से बारह माह के भीतर पूरा किया जा सकेगा। इस प्रणाली से न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि फाइलें अनावश्यक रूप से लंबित नहीं रहेंगी।

अधिकारियों का कहना है कि ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से भू-उपयोग परिवर्तन से संबंधित आवेदन, जांच, स्वीकृति और अभिलेखों की निगरानी अब एक ही प्लेटफॉर्म पर होगी। इससे आम नागरिकों को बड़ी राहत मिलेगी और राज्य में शहरी नियोजन की प्रक्रिया अधिक व्यवस्थित और जवाबदेह बन सकेगी।

शेयर करें..

Post navigation

Previous: शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान हुए बाबा केदारनाथ
Next: अस्पतालों से अनावश्यक रेफरल पर अंकुश लगाने के लिए बनी रेफरल मॉनिटरिंग समिति

Related Post

default featured image
  • देहरादून

जंगल में अवैध कटान का वीडियो वायरल, विभाग ने की कार्रवाई

RNS INDIA NEWS 27/10/2025
default featured image
  • उत्तराखंड
  • देहरादून

ईगास के भव्य आयोजन के साथ राज्य स्थापना रजत जयंती समारोह का होगा शुभारंभ

RNS INDIA NEWS 27/10/2025
default featured image
  • देहरादून

प्रधानाचार्य भर्ती समर्थक शिक्षक संघ पर हुए हमलावर

RNS INDIA NEWS 27/10/2025

यहाँ खोजें

Quick Links

  • About Us
  • Contact Us
  • PRIVACY POLICY

ताजा खबर

  • राशिफल 28 अक्टूबर
  • जंगल में अवैध कटान का वीडियो वायरल, विभाग ने की कार्रवाई
  • दीवान का बुंगा गांव में महिला पर गुलदार ने किया हमला, घायल
  • तोता घाटी के पास खाई में गिरा वाहन , देहरादून के तीन युवकों की मौत
  • ईगास के भव्य आयोजन के साथ राज्य स्थापना रजत जयंती समारोह का होगा शुभारंभ
  • प्रधानाचार्य भर्ती समर्थक शिक्षक संघ पर हुए हमलावर

Copyright © rnsindianews.com | MoreNews by AF themes.