अलका हत्याकांड में पूर्व किरायेदार कथित तांत्रिक गिरफ्तार

काशीपुर। पुलिस ने अलका हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने हत्यारोपी अलका के पूर्व किरायेदार कथित तांत्रिक को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि सम्मोहन और धार्मिक अनुष्ठान के जरिये वशीकरण कर आरोपी ने नगदी और जेवरात हड़प लिये थे। अलका से पीछा छुड़ाने के लिये उसका कत्ल कर शव पुलिया के नीचे फेंक दिया था। आरोपी से लाखों के जेवरात और नगदी व अन्य सामान भी बरामद हो गया है। एएसपी राजेश भट्ट ने गुरुवार को हत्याकांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 17 जनवरी को कुंडा थाना क्षेत्र में पुलिया के नीचे से एक महिला का शव मिला था। शव की शिनाख्त वैशाली कॉलोनी निवासी अलका जौहरी के रूप में हुई थी। अलका के भाई अनुज जौहरी ने पुलिस को तहरीर देकर मुरादाबाद के मझोला थाना क्षेत्र के गांव मझौली निवासी पूर्व किरायेदार जोगेंद्र सिंह पुत्र सीताराम पर हत्या का शक जताते हुए केस दर्ज कराया था। बताया कि मोबाइल की लोकेशन, सीसीटीवी फुटेज और लोकल सूचना तंत्र के आधार जोगेंद्र सिंह संदिग्ध पाया गया। इस पर पुलिस ने आरोपी को बुधवार की शाम ग्राम सरवरखेड़ा से स्कूटी के साथ गिरफ्तार किया। आरोपी के कब्जे से 18 तोले सोने के जेवरात, 28 हजार 450 रुपये की नगदी, चाबियां, अलका का एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, दो मोबाइल भी बरामद हुए। पूछताछ में सामने आया कि जोगेंद्र सम्मोहन, वशीकरण और अन्य धार्मिक अनुष्ठान का काम करता है। इसी के जरिये जोगेंद्र ने अलका को बरगला कर उसके लॉकर में रखे जेवरात निकलवा लिये थे। बताया कि जोगेंद्र ने जेवरात और नगदी लेकर भागने का प्लान बनाया था, लेकिन अलका उसे छोडऩे को तैयार नहीं थी और साथ जाना चाहती थी। जब उसने देखा कि महिला जबरदस्ती साथ जाने को कह रही है तो उसने पुलिया में ही शॉल से उसका मुंह दबाकर हत्या कर दी और उसे नीचे गिरा दिया। आरोपी जोगेंद्र और अलका की मोबाइल पर आपस में बातें हुआ करती थी। यह बाद अलका के परिजनों को भी मालूम थी। अलका की बहन के व्हाट्सएप मैसेज में भी मैसेज किये गये हैं। बताया कि वैसे तो अलका घर से 15 जनवरी को हजारों की नगदी, मोबाइल लेकर मुरादाबाद की एक कंपनी में इंटरव्यू देने के लिये निकली थी, लेकिन वह आरोपी के घर पहुंच गई और दो दिन उसी के साथ रही।