कर्णप्रयाग के आपदा प्रभावितों ने की जोशीमठ की तर्ज पर मुआवजे की मांग
चमोली(आरएनएस)। कर्णप्रयाग में भू धंसाव से जूझ रहे बहुगुणानगर और सुभाषनगर के आपदा प्रभावितों ने सरकार से जोशीमठ की तर्ज पर मुआवजे की मांग की है। प्रभावितों ने डीएम को ज्ञापन देकर कहा कि ऑल वेदर रोड़ कटिंग के दौरान एवं सब्जी मंडी से हुए भू-धंसाव के कारण बहुगुणानगर में 30 परिवारों के आवासीय घरों में भारी क्षति हुई है। उनकी मकानों की दीवारों में चौड़ी दरारें आने से उनके मकान रहने योग्य नहीं रह गए हैं। जबकि एनएच ने मुआवजा केवल चार परिवारों को दिया और बाकी परिवारों को छोड़ दिया गया है। आपदा प्रभावितों ने कहा कि वे दो वर्षों से लगातार शासन और प्रशासन को लिखित एवं मौखिक रूप से अपनी समस्या से अवगत करा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी प्रभावितों को कोई राहत नहीं मिल पाई है। साथ ही कर्णप्रयाग के सुभाषनगर मोहल्ले में भी भूस्खलन के कारण पांच से अधिक आवासीय भवन खतरे की जद में आ गए हैं और प्रभावितों को अपनी जान जोखिम में डालकर क्षतिग्रस्त भवनों में अपने परिवारों के साथ रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ऐसे में प्रशासन की यह लापरवाही कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। ज्ञापन में पुष्कर रावत, सुधीर नेगी, मनवर सिंह, दिनेश सिंह, हरिराम, कमला रतूड़ी, सरला खंडूड़ी, राजेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, रामदयाल, इंद्रसिंह, आशीष, गुड्डूखान, बॉबीखान, राकेश सिंह, गबर सिंह, पुष्षोत्तम कोठियाल, केपी सती, बंसती देवी, संतोष कुमार, संजय नौटियाल, मंतोष कुमार, महेंद्र सिंह, हरेंद्र सिंह आदि के हसताक्षर हैं। वहीं, डीएम संदीप तिवारी ने प्रभावितों को आश्वासन देकर कहा कि जल्द आपदा प्रभावित क्षेत्रों को दौरा कर उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा।