अमर शहीद मेजर दुर्गामल्ल को 111 वीं जन्म जयंती पर किया नमन

देहरादून(आरएनएस)।  उत्तराखंड राज्य नेपाली भाषा समिति, गोर्खाली सुधार सभा एवं सहयोगी संस्थाओं के तत्वाधान में अमर शहीद मेजर दुर्गा मल्ल के 111 वें जन्म जयन्ती समारोह का आयोजन सोमवार को शहीद मेजर दुर्गा मल्ल योगा पार्क गढ़ी कैंट में किया गया। गोर्खाली सुधार सभा अध्‍यक्ष पदम सिंह थापा, उत्तराखंड राज्य नेपाली भाषा समिति अध्‍यक्ष मधुसूदन शर्मा, मेक बहादुर थापा ने शहीद मेजर दुर्गामल्ल की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन, माल्यार्पण किया। इस मौके पर हुए समारोहा की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। मीडिया प्रभारी प्रभा शाह ने जीवन परिचय देते हुए कहा कि शहीद मेजर दुर्गा मल्ल(01 जुलाई 1913-25 अगस्त 1944) आजाद हिंद फौज के प्रथम गोर्खा सैनिक थे, जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। दुर्गा मल्ल का जन्म डोईवाला में गोर्खा राइफल्स के नायब सुबेदार गंगाराम मल्ल क्षेत्री एवं पार्वती देवी के घर में हुआ। वे 1931 में मात्र 18 वर्ष की आयु में 2/1 गोर्खा राइफल्स में भर्ती हो गये। लगभग 10 वर्ष तक सेवारत रहने के बाद 01 सितम्बर 1942 को आजाद हिंद फौज में शामिल हो गए। 27 मार्च 1944 को महत्वपूर्ण सूचनाएं एकत्र करते समय अंग्रेजी सेना ने मणिपुर में कोहिमा के पास पकड़ कर युद्धबंदी बना लिया। 25 अगस्त 1944 को उन्हें लालकिले में फांसी दे दी गई। कार्यक्रम का संचालन महासचिव श्याम राना ने किया। इस अवसर पर विपिन पंवार, माया पंवार ने मूंग दाल का हलवा वितरित किया। समारोह में कैंटबोर्ड सीईओ हरेंद्र सिंह, समिति के उपाध्यक्ष राजेंद्र मल्ल, कर्नल डीएस खड़का, प.कृष्ण प्रसाद पंथी, अशोक वल्लभ शर्मा, कमल थापा, बसंत गुरूंग, अभिषेक शाही, गोपाल क्षेत्री, संजय थापा, कर्नल माया गुरूंग, पीएन शेरपा, कै.वाईबी थापा, जितेंद्र खत्री, सरोज गुरूंग, सीमा शाही मौजूद रहे।