पुरानी पेंशन को लेकर कर्मचारी मुखर

बागेश्वर। अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर पुरानी पेंशन को लेकर कर्मचारी मुखर हुए। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के सदस्यों ने अपर जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन को अपना हक बताया। जल्द पुरानी पेंशन स्कीम बहाल नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी।
पुरानी पेंशन बहाली मोर्चा के प्रदेश संयोजक मिलिंद बिष्ट के नेतृत्व में कर्मचारियों ने एडीएम हेमंत कुमार वर्मा को ज्ञापन दिया। प्रदेश संयोजक ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों की नियुक्ति करती है। कर्मचारियों के मानवाधिकारों की रक्षा करना भी सरकार का दायित्व बनता है। कहा कि सरकार ने नई पेंशन स्कीम लाकर कर्मचारियों के हितों व मानवाधिकारों की अनदेखी की है। नई पेंशन का लाभ लेने वाले कर्मचारियों को रिटायर्डमेंट होने के बाद सम्मानजनक जीवन जीने लायक भी पेंशन नहीं मिलेगी। ऐसे में भविष्य को लेकर कर्मचारियों में असुरक्षा की भावना विकसित हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को पुरानी पेंशन बहाल करनी ही होगी। जब तक पुरानी पेंशन को लेकर सरकार कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लेती संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि आगामी 20 दिसंबर रविवार को विकास भवन में पुरानी पेंशन बहाली का जिला अधिवेशन होने जा रहा है। जिसमें जिला कर्याकारिणी का गठन होगा। कार्यकारिणी बनने के बाद मोर्चा जिले से नई रणनीति के तहत आंदोलन शुरू करेगा। कहा कि जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो जाती, कर्मचारी चैन से नहीं बैठेंगे। इस मौके पर मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य आलोक पांडेय, नवीन चंद्र पाठक, शोएब अंसारी आदि मौजूद रहे।