कहानी की झप्पी लघु कथा संग्रह का विमोचन

श्रीनगर गढ़वाल। हिमालयन साहित्य एवं कला परिषद् तथा अजीम प्रेमजी फाउंडेशन श्रीनगर के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में पर साहित्यिक एवं शैक्षणिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उत्तराखंड के चितेरे कवि चंद्र कुंवर बर्त्वाल को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। मौके पर राजकीय प्राथमिक विद्यालय गिरगांव की प्रधानाध्यापिका इंदु पंवार के लघु कथा संग्रह कहानी की झप्पी का विमोचन भी किया गया। गोला बाजार स्थित अजीम प्रेमजी फाउंडेशन कार्यालय में हिमालयन साहित्य एवं कला परिषद के अध्यक्ष एवं कवि नीरज नैथानी ने इंटरनेट, सोशल मीडिया, प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया, कम्प्यूटर, मोबाइल आदि आधुनिक माध्यमों में हिंदी के बढ़ रहे प्रयोग पर चर्चा की। गोष्ठी के द्वितीय सत्र में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की मीमांसा ने नई शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में विद्यालयी पाठ्यक्रमों में विभिन्न चरणों में राजभाषा हिंदी, तत्संबंधी प्रांत की मूल मातृ भाषा तथा तृतीय कोई अतिरिक्त अन्य भाषा के समायोजन को स्पष्ट किया। तृतीय सत्र में गढ़वाल विवि हिंदी विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. उमा मैठाणी ने उत्तराखंड के चितेरे कवि चंद्र कुंवर बर्त्वाल के साहित्यिक जीवन पर विस्तृत व्याख्यान दिया। मौके पर पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष कृष्णानंद मैठाणी, प्रो. आरपी थपलियाल, डा.प्रकाश चमोली, अजय चौधरी, शम्भू प्रसाद भट्ट, कवि जय कृष्ण पैन्यूली, इंदु पंवार, डा. प्रदीप अणथ्वाल, अजय सेमवाल, नवल किशोर, आरपी कपरवान, डा. राजेश कुमार जैन आदि मौजूद रहे।