स्थानीय खनन कारोबारियों ने किया वन निगम के डीएलएम का घेराव
चम्पावत। शारदा नदी के डाउनस्ट्रीम में नहर निर्माण के लिए उपखनिज निकासी को पहुंचे कार्यदायी कंपनी के वाहनों को स्थानीय खनन कारोबारियों ने बैरंग लौटा दिया। इस दौरान स्थानीय खनन व्यवसायियों और बाहरी वाहन चालकों के बीच नोकझोंक भी हुई। बाद में स्थानीय खनन कारोबारियों ने वन निगम के डीएलएम का घेराव कर उनके वाहनों से ढुलान करने की मांग की। मध्य प्रदेश की एएनएस कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी सिंचाई नहर का निर्माण कार्य कर रही है। जिसके लिए शासन ने डाउनस्ट्रीम से खनन करने की अनुमति दी है। कार्यदायी संस्था के वाहन खनन सामग्री का ढुलान कर रहे हैं। शनिवार तडक़े कार्यदायी संस्था के चार वाहन डाउनस्ट्रीम में खनन सामग्री का ढुलान करने पहुंचे। भनक लगने पर स्थानीय खनन कारोबारियों ने कार्यदायी संस्था के वाहनों को वापस लौटा दिया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक भी हुई। मौके पर पहुंचे डीएलएम ने स्थानीय खनन कारोबारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह अपनी बात पर अडिग रहे। शक्तिमान यूनियन अध्यक्ष आनंद सिंह महर ने कहा कि जब तक स्थानीय वाहनों को नहर में खनन नहीं करने दिया जाएगा। तब तक विरोध करते रहेंगे। इस दौरान खनन कारोबारियों ने डीएलएम का घेराव किया। डीएलएम की तमाम कोशिशों के बावजूद खनन कारोबारी नहीं माने। कारोबारियों ने डीएलएम से शासन को पत्र भेज अपस्ट्रीम खुलवाने, डाउनस्ट्रीम में दो धर्मकांटे लगाने व नहर कार्य के लिए स्थानीय वाहनों को अनुमति देने की मांग की। इसके बाद डीएलएम ने कार्यदाई संस्था के ठेकेदार से बातचीत कर स्थानीय वाहनों को अनुमति दिलाने का आश्वासन दिया। कारोबारियों ने मांग पूरी नहीं होने तक किसी भी हालत में खनन कार्य शुरु नहीं होने देने की बात कही है।