गंगा खतरे के निशान से नीचे बही

रुड़की। शनिवार रात में और अगले दिन दोपहर तक तेज बारिश पड़ती रही। इसके बावजूद गंगा का जलस्तर सामान्य रहने से प्रशासन को राहत रही। हालांकि, कई जगह सड़कों व खेतों में बरसात का पानी भर गया। इससे जहां यात्री परेशान हुए। वहीं किसानो को पशु चारा लाने में परेशानी हुई। क्षेत्र में पिछले करीब 60 घंटों में कभी कम, तो कभी तेज बारिश हो रही है। ऊपर से मौसम विभाग ने अभी और बारिश की चेतावनी दे रखी है। इसे देखते हुए प्रशासन और पुलिस दोनों ने आपदा से निपटने की तैयारी की हुई हैं। शनिवार रात से रविवार दोपहर तक लगातार तेज बारिश पड़ी। लेकिन बारिश के बाद भी रविवार दोपहर 12 बजे गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 294 मीटर से ढाई मीटर नीचे था। इससे प्रशासन और पुलिस को राहत रही। लेकिन लक्सर तहसील में कई जगह देहात के संपर्क मार्गों पर बारिश का पानी भरने से मुसाफिरों को दिक्कत उठानी पड़ी। उधर, खेतों में गन्ना, धान व पशु चासरे की हजारों बीघा फसल भी बरसात के पानी से जलमग्न हो गई। किसान महीपाल, सोरण सिंह, दिनेश, मुसर्रत, नवीन कुमार ने बताया कि खेत जलमग्न होने से पालतु पशुओं का चारा काटकर लाने में मुश्किल हो रही है।