25 किमी पैदल कांवड़ लेकर ऋषिकेश पहुंची मंत्री रेखा आर्य

ऋषिकेश। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या करीब 25 किमी की पैदल यात्रा कर कांवड लेकर वीरभद्र महादेव मंदिर पहुंचीं। मंत्री ने वीरभद्र महादेव मंदिर पहुंचकर रुद्राभिषेक किया। उन्होंने यात्रा के जरिए ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और ‘मुझे भी जन्म लेने का अधिकार है का संदेश दिया। मंगलवार की सुबह हरिद्वार के हरकी पैड़ी से मंत्री रेखा आर्या ने जल लेकर कांवड़ यात्रा की शुरुआत की। चार अलग-अलग पड़ावों के बाद मंत्री ऋषिकेश के प्राचीन वीरभद्र मंदिर पहुंचीं। मंदिर पहुंचकर उन्होंने मंदिर के प्रबंधक महंत राजेंद्र गिरी के साथ रुद्राभिषेक किया। मंत्री के पहुंचने पर आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और भोजन माताओं ने बड़ी संख्या में पहुंचकर मंत्री का स्वागत किया। वहीं मंदिर परिसर में पहुंचने पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल और ऋषिकेश मेयर अनिता ममगाईं ने भी उनका स्वागत किया। मंदिर प्रबंधन की ओर से मंत्री पर गुलाब के फूलों की वर्षा कर उनका स्वागत किया गया। इसके बाद मंत्री रेखा आर्या ने मीडिया से वार्ता की। उन्होंने कहा कि शिव भोले शंकर की शक्ति है, जिस कारण करीब 25 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर हरिद्वार से ऋषिकेश पहुंची हूँ। सावन माह में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत लिंगानुपात को संतुलित करने के मकसद से यह यात्रा की गई। विश्वास है कि 25 किमी की इस पैदल यात्रा से ‘मुझे भी जन्म लेने का अधिकार है’ का संदेश काफी लोगों तक पहुंचा है और पहुंचेगा। वीरभद्र महादेव की शक्ति का वर्णन करते हुए उन्होंने अपनी यात्रा को सफल करार दिया। वीरभद्र मंदिर पहुंचने पर मंत्री रेखा आर्या के साथ बाल संरक्षक आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल भी मौजूद रहीं।