15 जून से शुरू होने वाले मानसून काल को लेकर डीएम ने की बैठक

मानसून काल चुनौती आपदा मान करें तैयारी: डीएम
बागेश्वर। जिलाधिकारी विनीत कुमार ने कहा कि कोविड के साथ-साथ मानसून भी चुनौती है, जिसे आपदा मानकर तैयारी करनी है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को तमाम दिशा-निर्देश दिए। राशन, कंट्रोल रूम, बिजली, पानी समेत मूलभूत सुविधाओं की समीक्षा की। शुक्रवार को जिला सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि 15 जून से शुरू होने वाले मानसून काल से पहले सडक़ महकमे नालियों, कलमठों और अन्य क्षति की मरम्मत पूरी कर लें। राशन आदि के लिए जिला पूॢत विभाग तैयारी पूरी कर लें। सुदूरवर्ती क्षेत्रों में खाद्यान्न समय से पहुंचाएं। राशनकार्ड ऑनलाइन की समस्या का भी निदान करें। राशन वितरण की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने तहसीलों में कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए। गत वर्ष आई आपदा का रिकार्ड सुरक्षित रखने के लिए भी कहा। जिले के नौ सैटेलाइट फोन में से पांच कपकोट तहसील को आवंटित किए गए हैं। तहसीलों मे रिलीव सेंटर चयनित करें। हवाई सेवा के लिए हेलीपैड की लोकेशन कोडिनेट के साथ मौजूद होनी चाहिए। अधिकारी फोन किसी भी हालत में स्विच आफ नहीं रखेंगे। जिला स्तर के अधिकारी को अवकाश डीएम स्तर पर ही स्वीकृत किया जाएगा। उन्होने कहा कि जिले में 16 संभावित आपदाग्रस्त क्षेत्र चिह्नित किए गए है। सावधानी, चेतावनी और सहायता बोर्ड भी लगाएं। बारिश के दौरान नदियों का जलस्तर प्रत्येक दिन अपडेट होना चाहिए। तहसील स्तर के अधिकारी और ग्राम प्रधान वन विभाग को खतरनाक या बरसात में गिरने वाले पेड़ों की जानकारी भी 15 जून से पहले दे दें। लोनिवि वैली ब्रिज स्पेयर में रखेगी। इसके अलावा चिह्नित संवेदनशील 45 स्कूल भवन को दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि वाहनों में ओवर लोडिग के साथ ही भाड़ा भी अधिक लिया जा रहा है। यह कतई नहीं चलेगा। अब एसडीएम वाहनों की चेकिग और चालान करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को आपसी समन्वय बनाकर बरसात से निपटने के निर्देश दिए। बैठक में एसपी अमित श्रीवास्तव, सीडीओ डीडी पंत, एडीएम चंद्र सिंह इमलाल, डीएफओ हिमांशु बागड़ी समेत सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।