
रांची, 23 मार्च (आरएनएस)। रांची के राजकुमार और लाखों प्रशंसकों के चहेते क्रिकेटर महेंद्र सिंह धौनी ने अब रिटेल बिजनेस में कदम रखा है। झारखंड की राजधानी रांची में उनका पहला रिटेल आउटलेट इजा फार्म्स के नाम से खुला है। इसमें आर्गेनिक सब्जी के साथ ही डेयरी प्रोडक्ट दूध, घी व खाने-पीने की कई दूसरी चीजें बेची जा रही हैं। रिटेल बिजनेस के जरिये टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी एक बार फिर से अपनी ब्रांड वैल्यू को धौनी एक बार फिर से अपनी ब्रांड वैल्यू को बढ़ाने की जुगत में हैं। धौनी के रिटेल शॉप में सबसे महंगा घी बिक रहा है। 300 रुपए में 250 ग्राम की दर से घी की कीमत 1200 रुपये प्रति किलोग्राम रखी गई है। धौनी का क्रिकेटिंग स्टाइल और फैशन जिस तरह लोगों के सिर चढक़र बोलता है, ठीक उसी तरह उनके आउटलेट में भी प्रशंसकों- ग्राहकों की भारी भीड़ जुट रही है। धौनी के दीवाने कहते हैं कि कि भले ही माही ने इंटरनेशनल कहते हैं कि कि भले ही माही ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, लेकिन उनकी छाप अब भी उनके मन-मस्तिष्क में रची बसी है। अब माही के फार्म हाउस के हेल्दी प्रोडक्ट्स उनकी सेहत सुधारेंगे। धौनी के प्रोडक्ट की गुणवत्ता बेहतर और किफायती होने की चहुंओर प्रशंसा हो रही है। इधर, टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के रिटेल बिजनेस में एंट्री को उनके प्रशंसक योग गुरु और पतंजलि के सर्वेसर्वा बाबा रामदेव से जोडक़र देख रहे हैं। अभी-अभी खुले इजा फाम्र्स रिटेल शॉप में धौनी के फार्म हाउस में उपजाई गई सब्जियां, स्ट्रॉबेरी और दूध-घी बेचा जा रहा है। रांची में महेंद्र सिंह धौनी का 43 एकड़ में फार्म हाउस है। जहां धौनी ऑर्गेनिक सब्जी और फलों की खेती कर रहे हैं।
मटर : 50 रुपए प्रति किलो शिमला मिर्च : 60 रुपए प्रति किलो आलू : 15 रुपए प्रति किलो बींस : 40 रुपए प्रति किलो पपीता : 40 रुपए प्रति किलो ब्रोकली : 25 रुपए प्रति किलो दूध : 55 रुपए प्रति लीटर घी : 300 रुपए प्रति 250 ग्राम स्ट्राबेरी : 40 रुपए प्रति 200 ग्राम
बता दें कि बीते दिन रांची में महेंद्र सिंह धौनी के इजा फार्म्स के रिटेल आउटलेट की शुरुआत हुई है। यह आउटलेट मेन रोड के सुजाता चौक के समीप खोला गया है। यहां धौनी के फार्म हाउस की आर्गेनिक सब्जियां और डेयरी प्रोडक्ट दूध – घी बेची जा रही हैं। इससे पहले महेंद्र सिंह धौनी के फार्म हाउस में उपजाई गईं आर्गेनिक सब्जियां केवल विदेश भेजी जा रहीं थी