विवाद के बाद वन आरक्षी संघ की 18 जुलाई को बैठक
देहरादून। वन विभाग में पिछले कुछ दिनों से चल रही वन आरक्षी संघ की गुटबाजी और बढऩे लगी है। जहां संघ के दो गुटों ने अपने अपने कार्यकारी अध्यक्ष व महामंत्री चुन लिए हैं। वहीं अब एक गुट ने नई कार्यकारिणी की 18 जुलाई को संघ भवन में पहली बैठक भी बुला ली है। ताकि बैठक में असली और नकली को लेकर तर्क वितर्क हो सके। इस बैठक की सूचना के बाद से संघ में गुटबाजी और तेज हो गई है। संघ के निवर्तमान अध्यक्ष आशीष कोठारी के अनुसार बैठक में सभी पदाधिकारियों को बुलाया गया है। जो लोग खुद की अलग कार्यकारिणी बनाए बैठे हैं वो भी आ जाएं। जिससे ये भी तय हो जाए कि वाकई में नियम विरुद्ध कौन लोग काम कर रहे हैं। उन्होनें बैठक में वन आरक्षियों को वन दरोगा में पदोन्नति का 33 प्रतिशत कोटा भरने की मांग पर भी चर्चा होगी। वहीं संघ के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन गडिय़ा के अनुसार सात जुलाई को जिन्हें अध्यक्ष महामंत्री चुना गया वो पूरी तरह नियम विरुद्ध हैं। क्योंकि इसमें कोई पदाधिकारी शामिल नहीं था। जबकि 13 को जो नई कार्य कारिणी बनाई गई वो पूरी तरह नियमानुसार है। आगे बैठक के बाद ही वैध और अवैध का सच सामने आ जाएगा।