विश्व दृष्टि दिवस पर नेत्र रोगों के प्रति जागरूक किया
ऋषिकेश। एम्स ऋषिकेश में विश्व दृष्टि दिवस पर नेत्र विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में विशेषज्ञ चिकित्सकों ने लोगों को आंखों से संबंधित विभिन्न रोगों के प्रति जागरुक किया। नेत्र संबंधी विकार होने पर समय से उपचार ही दृष्टिबाधिता की समस्या से बचा सकता है।
सोमवार को जागरूकता कार्यक्रम में चिकित्सकों ने आमजन को आंखों के विभिन्न रोगों, लक्षणों और उनसे बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी। नेत्र रोग विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल ने बताया कि शुगर बढ़ने से आंखों को सीधा नुकसान होता है। प्रोफेसर जया चतुर्वेदी ने कहा कि किसी भी प्रकार की नेत्र संबंधी दिक्कतें सामने आने पर तत्काल विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लें।
डॉ. हिमानी पाल ने दृष्टिदोष के लक्षण आंखों से धुंधला नजर आना, पढ़ते समय सिरदर्द होना, दूर व नजदीक का स्पष्ट नहीं दिखाई देना, किताबें पढ़ते समय आंखों से पानी आना आदि के उपचार के बारे में बताया। डॉ. संध्या यादव ने बताया कि वर्तमान में कार्निया खराब होने पर कार्निया प्रत्यारोपण की तकनीक विकसित हो चुकी है। उन्होंने जोर दिया कि कार्नियल अंधता से ग्रसित लोगों को इस तकनीक का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है।