विश्वनाथ घाट में मछलियों की मौत के कारण की जांच हो और दोषियों को सजा मिले : पूर्व उपाध्यक्ष एनआरएचएम बिट्टू कर्नाटक

अल्मोड़ा। आज दिनांक 24 दिसंबर 2020 को पूर्व उपाध्यक्ष एनआरएचएम बिट्टू कर्नाटक ने चोरा विश्वनाथ में पवित्र विश्वनाथ घाट में क्षेत्रवासियों द्वारा पाली गई मछलियों के मौत के कारण की जांच की उन्होंने मांग की। श्री कर्नाटक ने इस अवसर पर कहा कि समस्त अल्मोड़ा वासियों की आस्था का प्रतीक विश्वनाथ घाट जो एक पवित्र स्थान है उक्त स्थान में क्षेत्रवासियों द्वारा नदी में मछली मारने पर प्रतिबंध करने के साथ-साथ उन मछलियों को पाल कर संरक्षित करने का काम किया था, अल्मोड़ा वासियों द्वारा मछलियों को भोजन आदि कराया जाता था, किंतु बहुत बड़ी तादाद में इन मछलियों का मरना अपने आप में एक संदेह पैदा करता है। श्री कर्नाटक ने कहा कि क्षेत्रवासियों की सूचना के उपरांत जब उक्त स्थान पर पहुंचे तो नदी में भारी संख्या में मछलियों की मौत हो चुकी थी। इस अवसर पर श्री कर्नाटक ने मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक रितेश चंद एवं अन्य अधिकारियों से कहा कि तत्काल पानी का सैंपल लेकर जांच, मछलियों का पोस्टमार्टम व पानी के ऑक्सीजन लेवल को जांचने की मांग की और कहा कि यदि कोई दोषी है तो उसे दंडित करने के लिए मत्स्य विभाग पुलिस में एफ आई आर दर्ज कर उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए, उन्होंने कहा कि इस अवसर पर वह जिला अधिकारी से भी वार्ता कर पुनः उक्त नदी में मछली का बीज डलवा कर पुनः मछलियों को संरक्षित करने के लिए क्षेत्रवासियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करेंगे। श्री कर्नाटक ने कहा कि यदि किसी शरारती तत्व द्वारा इस प्रकार का घृणित कार्य किया गया है तो उसे दंडित कराने की उन्होंने पुलिस एवं प्रशासन से मांग की। श्री कर्नाटक ने कहा कि विश्वनाथ घाट हम सबके लिए एक तीर्थ के समान है, यदि किसी के द्वारा पानी में कोई जहरीला पदार्थ मिलाकर मछलियों को मारने का कृत्य किया गया है तो उसे कतई बख्शा नहीं जाएगा, साथ ही उन्होंने लोगों से भी अपील की कि मरी हुई मछलियों का सेवन ना करें, जिससे लोगों को बीमारी से बचाया जा सके, उन्होंने क्षेत्रवासियों से निवेदन किया कि इस क्रम में वह अपने स्तर से भी पता लगाने की कोशिश करें साथ ही जिला प्रशासन से उन्होंने आग्रह किया कि तत्काल विश्वनाथ घाट में स्ट्रीट लाइट के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाने चाहिए जिससे इस प्रकार के गतिविधियों को रोका जा सके। इस अवसर पर उनके साथ मुख्य रूप से सरपंच बच्ची सिंह सांगा, रोहित शैली, राकेश बिष्ट, भूपेंद्र शैली, देवेंद्र सिंह चौहान, राम सिंह सांगा, गोपाल सिंह सांगा, भगवत सिंह सांगा, बबलू चौहान, अनीता चौहान, पूर्व ग्राम विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह अधिकारी, पूर्व ग्राम प्रधान खेरदा गोकुल गोस्वामी, दीपक गोस्वामी, पूर्व प्रधान बख हीरा सिंह बिष्ट, महेंद्र सिजवाली, भानु अधिकारी, सूरज बोरा, पंकज नैनवाल,
बबलू अधिकारी, लक्ष्मण सिंह अधिकारी, राजेंद्र सिंह बिष्ट, मोहन सिंह नेगी, गुड्डू नेगी, कुंदन अधिकारी, संजय टम्टा, संजय सिंह बिष्ट सहित सैकड़ों क्षेत्र वासी उपस्थित थे।

अल्मोड़ा: विश्वनाथ धाम के पास नदी में सैकड़ों की तादाद में मरी मछलियां


शेयर करें