विकास को प्रभावित करने वाले तनाव व थकान के कुप्रभावों से रूबरू हुए प्रशिक्षु

अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय के तत्वावधान में एमएड प्रशिक्षुओं के लिए आयोजित सात दिवसीय आत्मा विकास कार्यशाला का समापन हो गया है। कार्यशाला के समापन अवसर पर संदर्भदाताओं ने तनाव व थकान के कारण मानसिक विकास पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताते हुए इसे कम करने के उपायों के बारे में जानकारी दी।

गुरूवार को आॅनलाइन कार्यशाला के अंतिम दिन मुख्य संदर्भ दाता उत्तर प्रदेश मनोविज्ञान विभाग कार्यकारी अध्यक्ष डॉ जगदीश दीक्षित ने तनाव विषय पर चर्चा प्रारंभ कर कीं। उन्होंने प्रशिक्षुओं को तनाव के कारण और कुप्रभाव के बारे में बताया। साथ ही तनाव को कम करने के उपायों को उदाहरण और कहानियों के माध्यम से समझाया। वहीं, विश्वविद्यालय की वरिष्ठ प्रो अमिता शुक्ला ने आत्म विकास का व्यक्तित्व पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर संकायाध्यक्ष प्रो विजयरानी ढ़ौडियाल, डाॅ संगीता पवार समेत अनेक शिक्षाविद् मौजूद रहे।

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