विधायक धामी ने की सीएम से वन विभाग घोटाले की जांच की मांग
पिथौरागढ़। देहरादून पहुंचकर क्षेत्र की समस्याओं को लेकर सीएम से मुलाकात की और पत्र दिया। उन्होंने वन विभाग पर करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की। कहा धारचूला विस क्षेत्र में विकास कार्यों के नाम पर वन विभाग ने करोड़ों खर्च कर दिए। बावजूद इसके ये योजनाएं धरातल पर नहीं उतरी हैं। उन्होंने आपदा प्रभावितों का जल्द विस्थापन व जांच के आदेश जारी न होने पर धरने की चेतावनी दी। कहा जीरो टॉलरेंस का नारा देने वाली सरकार में भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद हैं, जिनकी जांच होनी चाहिए। धारचूला के विधायक धामी ने सीएम तीरथ सिंह रावत से मुलाकात कर कहा उनके विस क्षेत्र में पातों-रालम, बौना-सुमदुंग, पांगु-गुमिकांग, रुम्लिंग-सेला चल पैदल रास्तों में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। कार्यदाई संस्था वन विभाग ने इन रास्तों के नाम पर करोड़ों खर्च कर दिए। बावजूद इसके ये योजनाएं धरातल पर नजर नहीं आ रहीं। उन्होंने प्रभावितों के विस्थापन का मामला भी सीएम के सामने रखा। कहा आपदा के गहरे जख्म सहने वाले धारचूला व मुनस्यारी के प्रभावितों का विस्थापन सालों बाद भी नहीं हुआ है। 2011 के मानकों के अनुसार विस्थापन के लिए प्रभावितों का चयन किया गया है, जो उनके साथ अन्याय है। कहा प्रभावितों को मुआवजा भी नहीं मिला है, जो सरकार की उदासीनता को दर्शाता है। उन्होंने सीएम से क्षेत्र में सडक़ों, रास्तों व पुलों के निर्माण की भी मांग की। चेतावनी देते हुए कहा शीघ्र वन विभाग के खिलाफ जांच व प्रभावितों के विस्थापन की कार्रवाई नहीं हुई तो वे सीएम आवास के बाहर धरना शुरू कर देंगे।