वनाग्नि रोकथाम को एनडीआरएफ का प्रशिक्षण शुरू

देहरादून।  राष्ट्रीय आपदा मोचन बल(एनडीआरएफ) उत्तराखंड के जंगलों को आग से बचाएगी। इसके लिए उनका दून स्थित केंद्रीय अकादमी राज्य वन सेवा में विशेष प्रशिक्षण सोमवार से शुरू हुआ। अकादमी की प्रिंसिपल सीसीएफ मीनाक्षी जोशी ने प्रशिक्षण का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यह विशेष प्रशिक्षण जंगलो में लगने वाली आग पर काबू पाने के लिये महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होने प्रशिक्षण के दौरान वनाग्नि रोकथाम और शमन रणनीतियों पर दिये जाने वाले प्रशिक्षण संबंधी पहलुओं की बारीकी से जानकारी दी। मीनाक्षी जोशी के अनुसार यह प्रशिक्षण सैद्धांति व व्यवहारिक दो भागो में पूरा किया जायेगा। पहला चरण केंद्रीय अकादमी राज्य वन सेवा में शुरू होगा। वहीं व्यवहारिक प्रशिक्षण मसूरी व नरेंद्र नगर वन प्रभाग में होगा। एक टीम आईएफएस अमलेंदु पाठक व भरत सिंह के नेतृत्व में मसूरी वन प्रभाग तथा दूसरी टीम को वैज्ञानिक अंकित गुप्ता, वैज्ञानिक व वीके धवन के नेतृत्व में नरेंद्रनगर वन प्रभाग में माक ड्रिल व फिल्ड तकनीकों का प्रशिक्षण लेगी। कार्यक्रम मे दौरान उप महानिरीक्षक नार्थ जोन गम्भीर चौहान, उप कमान अधिकारी मनोज पैन्यूली व अकादमी के पाठ्यक्रम निदेशक आईएफएस प्रदीप वाहुले ने भी प्रशिक्षण की विस्तृत जानकारी दी।

एनडीआरएफ खरीदेगी उपकरण:  
प्रशिक्षण के दौरान एनडीआरएफ को वनाग्नि रोकथाम और शमन रणनीतियों , अग्निशमन उपकरण तथा भारतीय वन सर्वेक्षण के फोरेस्ट फायर अलर्ट सिस्टम की जानकारी दी जायेगी। एकेडमी के प्रिंसिपल मीनाक्षी जोशी ने बताया कि इसके बाद एनडीआरएफ पूरी तरह प्रशिक्षित हो जाएगी और इसके बाद वे फारेस्ट फायर से निपटने के उपकरण भी खरीदेगी।