उत्तराखंड में अब सिर्फ ऑन लाइन होगा डॉक्टरों का पंजीकरण

देहरादून(आरएनएस)। उत्तराखंड में एमबीबीएस डॉक्टरों का पंजीकरण अब सिर्फ ऑन लाइन ही होगा। उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल ने नियमों में बदलाव करते हुए ऑफ लाइन पंजीकरण की व्यवस्था बंद कर दी है। विदित है कि किसी भी मेडिकल प्रैक्टिशनर के लिए राज्य मेडिकल काउंसिल में पंजीकरण कराना जरूरी होता है। उसके बाद ही डॉक्टर मरीजों का इलाज कर सकते हैं। अभी तक राज्य में डॉक्टरों को पंजीकरण कराने के लिए उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल के कार्यालय में जाकर ऑफ लाइन पंजीकरण कराना होता था। इसमें लंबा समय लगने के साथ ही डॉक्टरों को चक्कर काटने पड़ते थे। लेकिन अब मेडिकल काउंसिल ने नियमों में बदलाव कर दिया है। इसके तहत डॉक्टर सिर्फ ऑन लाइन ही पंजीकरण के लिए आवेदन करेंगे। काउंसिल उनका ऑन लाइन ही वेरिफिकेशन करेगी और उसके आधार पर ही उनका पंजीकरण किया जाएगा।
उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ सुधीर पांडेय ने बताया कि काउंसिल ने पंजीकरण के नए नियम लागू कर दिए हैं और इसके तहत अधिकतम 20 दिन में डॉक्टरों को पंजीकरण मिल जाएंगे।

दस्तावेज सत्यापन के लिए भी ऑफिस आने की जरूरत नहीं   :   काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ सुधीर पांडेय ने बताया कि पंजीकरण कराने के बाद डॉक्टरों को डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन के लिए भी काउंसिल में आने की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मूल दस्तावेजों का वेरिफिकेशन भी ऑन लाइन ही किया जाएगा। यदि किसी के डॉक्यूमेंट ठीक से अपलोड नहीं होंगे तो पंजीकरण को रद्द कर दिया जाएगा और फिर उन्हें नए सिरे से ऑन लाइन ही आवेदन करना होगा।


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