उत्तराखंड के किशोर की दिल्ली में सड़क हादसे में मौत, मां की भी हुई मौत, पिता गंभीर घायल
नई दिल्ली। उत्तराखण्ड के पिथौरागढ़ के एक किशोर व उसकी मां की यहां सड़क हादसे में मौत हो गयी। युवक की मौत इतनी वीभत्स थी कि उसका सिर धड़ से अलग हो गया। जबकि युवक का छोटा भाई व पिता गंभीर रूप से घायल हो गये।
पुलिस के डीसीपी ने समाचार एजेंसी आरएनएस को बताया कि हजरत निजामुद्दीन इलाके में बारापुला फ्लाईओवर पर बेलगाम कार ने ऑटो को टक्कर मारने के बाद आगे जा रही एक कैब को टक्कर मार दी। हादसा इतना जबरदस्त था कि ऑटो के परखच्चे उड़ गए और अंदर बैठे यात्री दूर जा गिरे। इस दौरान 13 वर्षीय किशोर का सिर धड़ से अलग हो गया। मां, पिता, भाई और ऑटो चालक गंभीर रूप से घायल हो गए। खौफनाक मंजर को देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। पुलिस ने कैट्स एंबुलेंस की मदद से घायलों को एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया, जहां आयुष उर्फ करन (13) को मृत घोषित कर दिया, जबकि उसकी मां गीता भट्ट (38) ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। आयुष के पिता जनक जनार्दन भट्ट (47) और उसका भाई कार्तिक (19) व ऑटो चालक वकार आलम (25) का इलाज जारी है। वहीं, टक्कर लगने से कैब पीछे की ओर से मामूली क्षतिग्रस्त हुई। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी कार चालक नोएडा सेक्टर-78 निवासी मुकुल तोमर (21) को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, मूलरूप से गांव घुनवारा, पिथौरागढ़ (उत्तराखंड) के रहने वाले जनक जनार्दन भट्ट परिवार के साथ ई-616, वेस्ट विनोद नगर में रहते हैं। परिवार में पत्नी गीता के अलावा दो बेटे कार्तिक और आयुष थे। जनक नोएडा की एक मल्टी नेशनल कंपनी में नौकरी करते हैं। इनके बड़े भाई मुकेश भट्ट अपने परिवार के साथ दक्षिणी दिल्ली के साकेत इलाके में रहते हैं। होली के मौके पर बृहस्पतिवार को जनक अपने पूरे परिवार के साथ बड़े भाई मुकेश के घर चले गए थे। होली मनाने के बाद जनक परिवार समेत ऑटो में सवार होकर वेस्ट विनोद नगर के लिए निकले थे। ऑटो हौजरानी निवासी वकार चला रहा था। बारापुला होते हुए परिवार काले खां की ओर बढ़ रहा था। तभी पीछे से आई कार ने फ्लाईओवर पर ऑटो को टक्कर मार दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, ऑटो में माता-पिता के साथ बैठा आयुष आगे जा रही स्विफ्ट डिजायर कैब और आरोपी की कार के बीच आ गया, जिसकी वजह से उसकी गर्दन धड़ से अलग हो गई। वहीं, परिवार के अन्य सदस्य इधर-उधर जा गिरे। आरोपी की कार रुकी और वह कार छोड़कर दोस्तों के साथ मौके से फरार हो गया। इस दौरान बारापुला फ्लाईओवर पर जाम लग गया। बाद में घायलों को अस्पताल ले जाया गया। आयुष की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। गीता ने अस्पताल में दम तोड़ा, जबकि जनक, उसके बेटे कार्तिक और ऑटो चालक वकार का इलाज चल रहा है। पुलिस ने शनिवार सुबह आरोपी कार चालक मुकुल तोमर को नोएडा स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। हजरत निजामुद्दीन थाना पुलिस मामला दर्ज कर छानबीन कर रही है। करीब आठ साल से जनक वेस्ट विनोद नगर के मकान में दूसरी मंजिल पर किराए पर रह रहे हैं। उनके साथ हुए हादसे की जानकारी उनके पड़ोसियों को भी नहीं हुई। मीडिया वाले उनके घर को ढूंढते हुए घर पहुंचे तो पड़ोसियों को पता चल सका। वहां रहने वाली दीक्षा नामक युवती ने बताया कि आयुष उनके पास ट्यूशन पढ़ने के लिए आता था। दोपहर के समय उसके माता-पिता को हादसे की जानकारी हुई तो पिता कृष्णा एम्स चले गए। दीक्षा के अनुसार, यह परिवार बेहद मिलनसार था। पड़ोसियों ने जब गीता और उसके बेटे की मौत के बारे में सुना तो उन्हें यकीन ही नहीं हुआ।