ऊर्जा निगम के दो कर्मियों को एसडीओ कार्यालय से संबद्ध किया

रुद्रपुर(आरएनएस)। बिजली ठेकेदार के अधीन कार्यरत श्रमिक की मौत के मामले में विद्युत उप संस्थान नानकमत्ता में तैनात उपनल कर्मी मो. जावेद व स्वयं सहायता कर्मी घनश्याम को एसडीओ प्रथम सितारगंज कार्यालय से संबद्ध कर दिया है। इसके ईई चंदन सिंह बस्नेत ने आदेश जारी किए हैं। इधर, मृतक के परिजनों को मुआवजे की राशि चार लाख रुपये में से 80 हजार रुपये बैंक खाते में डाल दिए गए हैं। 19 सितम्बर को नरेश राणा पुत्र अमर सिंह राणा निवासी ग्राम हरैया, नानकमत्ता सुनकरी कला में शट डाउन लेकर बिजली पोल में लाइन की मरम्मत कर रहा था। करंट लगने से वह गिर गया। इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया था। मृतक के परिजनों को 20 लाख का मुआवजा देने, पत्नी को नौकरी देने समेत चार सूत्रीय मांगों को लेकर ग्रामीणों का बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता कार्यालय में दिन-रात धरना चल रहा था। शुक्रवार शाम ऊर्जा निगम के ईई चंदन सिंह बस्नेत, तहसीलदार पूजा शर्मा ने आंदोलनकारियों व परिजनों से वार्ता की। ईई ने कहा कि विद्युत निरीक्षक जांच कर रहे हैं। जांच में लापरवाही या दोषी मिलने पर कार्रवाई होगी। इसके बाद आंदोलन समाप्त कर दिया। ईई ने बताया कि निगम की ओर से चार लाख के मुआवजे का प्रावधान है। इसमें 20 प्रतिशत तत्काल दिया जाता है। शेष राशि जांच के बाद दी जाती है। 80 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए हैं। इसके अलावा ग्रुप बीमा की 10 लाख की राशि मिलने की कार्यवाही चल रही है। यहां सतेंद्र कुमार, आनंद सिंह राणा, अशोक राणा, चंदा सिंह राणा, दयाल सिंह, राकेश सिंह राणा, शिशुपाल सिंह, करना सिंह, सुमन देवी, इंद्रा देवी, रानी देवी, चंदा सिंह, श्याम सुंदर, अजय सिंह, सुरेंद्र कुमार, योगेंद्र कुमार मौजूद रहे।

मृतक के बच्चों की निशुल्क शिक्षा की मांग
ग्रामीणों ने तहसीलदार पूजा शर्मा को ज्ञापन देकर मृतक नरेश राणा की पत्नी को नौकरी देने की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि नरेश के 12 वर्ष, 10 वर्ष 8 वर्ष के तीन बच्चे हैं। भरण पोषण करने वाले की मौत से परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। ग्रामीणों ने बच्चों की निशुल्क शिक्षा की मांग की।