उप शिक्षाधिकारी पद पर प्राथमिक संवर्ग के शिक्षकों की हो पदोन्नति

विकासनगर(आरएनएस)। राजकीय शिक्षक संघ के बाद अब प्राथमिक और जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने भी विरोध के स्वर बुलंद कर दिए है। रविवार को शिक्षकों की ऑनलाइन बैठक में उप शिक्षाधिकारी का प्रभार जूनियर हाईस्कूल के वरिष्ठ प्रधानाध्यापक को दिए जाने की मांग की गई। बैठक में जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष अनंत सोलंकी ने कहा कि संयुक्त उत्तर प्रदेश के समय की व्यवस्था के तहत प्रत्येक ब्लॉक में एसडीआई की तैनाती होती थी, जबकि जिले में बीएसए व्यवस्थाओं को देखते थे। कहा कि एसडीआई के पद पदोन्नति से भरे जाने की व्यवस्था थी। वर्तमान में ब्लॉक में उप शिक्षाधिकारी की तैनाती की गई है। लिहाजा जिस ब्लॉक में उप शिक्षाधिकारी का पद रिक्त है, वहां ब्लॉक के जूनियर हाईस्कूल में तैनात वरिष्ठ प्रधानाध्यापक को प्रभार दिया जाना चाहिए। प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष प्रवीण वर्मा, ब्लॉक मंत्री कमल सुयाल ने कहा कि प्राथमिक संवर्ग के शिक्षकों के लिए पदोन्नति के अवसर कम मिलते हैं। कई शिक्षक एक ही पद पर सेवा देते हुए सेवानिवृत्त हो जाते हैं। ऐसे में उप शिक्षाधिकारी के पद को पदोन्नति का पद बनाकर प्रधानाध्यापक को पदोन्नति का अवसर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एलटी में भर्ती शिक्षकों को पदोन्नति के तीन से चार अवसर मिलते हैं। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष सुरेश नौटियाल ने कहा कि उप शिक्षाधिकारी पद पर तैनात अधिकारियों की भर्ती उप प्रधानाचार्य के पद पर हुई थी, जिसे बाद में नियम विरुद्ध उप शिक्षाधिकारी के पद में तब्दील कर दिया गया। उन्होंने कहा कि अब इस पद को पदोन्नति का पद बनाया जाना चाहिए, जिससे जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाध्यापकों को भी पदोन्नति का अवसर मिल सके। शिक्षकों ने इस संबंध में प्रांतीय कार्यकारिणी के माध्यम से सरकार के समक्ष अपनी मांग रखने का निर्णय लिया है।