विधानसभा से बर्खास्त कर्मचारियों ने जलाए दस्तावेज

देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा से बर्खास्त कर्मचारियों का धरना 16वें दिन भी जार रहा। आक्रोशित कर्मचारियों ने नौकरी के दौरान के दस्तावेज, आदेश और ट्रेनिंग प्रमाणपत्रों की सामूहिक रूप से अहंकार कुंड में आहूति दी। विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे बर्खास्त कर्मियों का कहना है कि विधानसभा सचिवालय की ओर से 2018 में हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट की ओर से 150 कार्मिकों के पक्ष में दिए गए आदेश और 2022 में हाईकोर्ट की एकल बेंच की ओर से 222 बर्खास्त कार्मिकों के पक्ष में दिए गए स्टे आर्डर की अवहेलना की गई है। कहा कि विधानसभा की ओर से कई तथ्यों को नजरअंदाज करते हुए सभी कार्मिकों को बिना पूर्व सूचना के एक झटके में बर्खास्त किया गया। कर्मचारियों ने शीघ्र ही न्याय की गुहार लगाई है। इस बीच बर्खास्त कार्मिकों ने घंटाघर के पास पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की ओर से सरकार के विरुद्ध बेरोजगारों की मांगों को लेकर आयोजित पैदल मार्च में भी प्रतिभाग किया। इस दौरान कार्मिकों ने जोरदार नारेबाजी कर सरकार व विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया। इस मौके पर प्रदीप सिंह, सुरेंद्र सिंह रौतेला, गिरीश सिंह, गोपाल नेगी, ललित धानक, मोहन सिंह, अनिल नैनवाल, कुलदीप सिंह, सोनम गोस्वामी, जीवन सिंह, सुशील, नीरज कुमार, प्रतिभा तिवारी, स्वाति, रविंद्र सिंह रावत, कैलाश अधिकारी, भूपेंद्र सिंह बिष्ट, अजीत सिंह मेहता, ओम प्रकाश, भीम सिंह, गोकुल सिंह आदि मौजूद रहे।