ट्रांसपोर्टर हत्याकांड के बदमाशों को बी वारंट पर दून लाने की तैयारी

देहरादून। देहरादून के ट्रांसपोर्टर हत्याकांड में राजकुमार का मोनू त्यागी से लेन-देन का मामला सामने आ रहा है। पुलिस के अनुसार इन दोनों की पहले से ही जान-पहचान थी। राजकुमार मोनू का ड्राइवर था। इसी दौरान दोनों के बीच लेन-देन को लेकर झगड़ा हुआ था। पुलिस ये मानकर चल रही है कि इसी रंजिश में मोनू त्यागी ने अपने साथी के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी और शव को गंगनहर में फेंकने के मामले फेंक दिया। आपको बता दें कि मूल रूप से हरिद्वार के झबरेड़ा थानाक्षेत्र के गांव भलस्वागाज निवासी राजकुमार उर्फ राजू दून में पटेलनगर थाना क्षेत्र की आजाद कॉलोनी में परिवार समेत रहकर ट्रांसपोर्ट का कारोबार चलाते थे। 12 मार्च 2020 को राजकुमार अपनी स्विफ्ट कार लेकर घर से निकले थे। वह शाम तक नहीं लौटे तो स्वजनों ने उनकी तलाश शुरू की। करीब एक माह तक परिजन उनकी तलाश करते रहे। इसके बाद 14 अप्रैल को पटेलनगर कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई।
वहीं, बुधवार देर रात गागलहेड़ी थाना प्रभारी भानू प्रताप सिंह अपनी टीम के साथ चौकी काली नदी के पास वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। उसी दौरान एक स्विफ्ट डिजायर कार को चेक करने के लिए रोका गया। जांच में कार लूट की निकली। कार में सवार व्यक्तियों ने अपना नाम मोनू त्यागी निवासी गांव तिवड़ा जुनारदार बेहट और मोहसीन निवासी गांव पीकी सहारनपुर बताया। सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि कार देहरादून के पटेलनगर में आकाश कॉलोनी से लूटी थी। कार सवार राजकुमार की मुजफ्फरनगर के खतौली में गंगनहर के किनारे गला घोटकर हत्या कर दी और शव नहर में फेंक दिया। आरोपितों से तीन और कार बरामद हुई हैं। पटेलनगर कोतवाली के इंस्पेक्टर प्रदीप बिष्ट ने बताया कि गुमशुदगी को अब हत्या की धारा में तरमीम किया जाएगा। बदमाशों को बी वारंट पर दून लाने के लिए कोर्ट में अर्जी दायर की जाएगी। बी वारंट मिलने के बाद उनसे पूछताछ की जाएगी कि राजकुमार का अपहरण कहां से किया और शव कहां फेंका।