ठेका श्रमिकों ने कंपनी बंदी के दौरान का मांगा वेतन

रुद्रपुर(आरएनएस)। जायडस श्रमिकों ने बंदी के दौरान के वेतन भुगतान की मांग दोहरायी। वक्ताओं ने कहा कि जायडस वेलनेस कम्पनी को अवैध रूप से बंद कर दिया गया था। ठेका श्रमिकों ने कम्पनी को खोलने की मांग उठाई। मंगलवार को आयोजित आमसभा में सिडकुल कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन के संयोजक नरेन्द्र सिंह ने कहा कि जॉयडस वैलनेस कम्पनी प्रबंधन ने वर्ष 2022 में बिना किसी वैधानिक प्रक्रिया अपनाए कम्पनी को रातों-रात बंद कर दिया था। बाद में शासन ने कम्पनी की बंदी को अवैध घोषित कर दिया। परंतु सरकार व प्रशासन ने अवैध बंदी घोषित करने के बाद कम्पनी के खिलाफ कानूनी काईवाई नहीं की। श्रम कानूनों के तहत अवैध बंदी घोषित होने पर कम्पनी खुलवानी चाहिए या फिर श्रमिकों को अभी तक का वेतन दिलाना चाहिए था। अनिता अन्ना ने कहा कि सरकार और प्रशासन के समक्ष कई बार मामले को विभिन्न माध्यमों से उठाया गया है, पर सरकार कम्पनी मालिक के खिलाफ कार्रवाई को तैयार नहीं है। इस कारण श्रमिकों को उनके हक अधिकार से अभी तक वंचित रखा गया है। यहां रेशमा अहमद, सुनीता देवी, हेमा, नीलम, संजीव, भजनलाल, सुरेश, ज्योति चंद, उषा, मो.कासिम, हरदेव सिंह, तुलसी राम, त्रिवेणी शंकर, अर्जुन देव, आनंद मिस्त्री, सूरज भारती, कुंदन, नंद किशोर, प्रेम सिंह, राहुल, ओमकार सिंह, भजन लाल, शोभित सिंह, हरीश चंद्र, धर्मानन्द जोशी, मिथुन सिंह, शिखर कुमार, श्याम सिंह राना मौजूद रहे।