ठेका प्रथा के विरोध में क्रमिक अनशन पर बैठे श्रमिक

रुद्रपुर। कलक्ट्रेट में गुरुवार को डीएम से मिलने जा रहे श्रमिकों को पुलिस ने रोक लिया। इस दौरान महिला श्रमिकों व पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इसके बाद श्रमिकों ने गांधी पार्क में क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। पिछले 36 दिन से सिडकुल के पारले चौक पर धरना दे रहे श्रमिक गुरुवार को कलक्ट्रेट में डीएम से मिलने जा रहे थे। कलक्ट्रेट के बाहर ही श्रमिकों को पुलिस ने रोक लिया। आक्रोशित श्रमिकों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान महिला श्रमिकों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इसके बाद गांधी पार्क पहुंचे मजदूरों ने क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कंपनी प्रबंधन के साथ ही सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि कंपनी लगातार श्रमिकों का उत्पीड़न कर रही है। मजदूर संगठन की महिला उपाध्यक्ष सुनीता ने कहा कि कंपनी के स्थायी कर्मियों को भी ठेका प्रथा के तहत काम दिया गया है। श्रम कानूनों का पालन नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कंपनी नाम मात्र का बोनस दे रही है। कई श्रमिकों को काम से हटा दिया गया है। सुनीता ने कहा कि श्रमिकों के हित में काम करने वाले श्रम विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। आरोप लगाया कि सिडकुल की एक कंपनी का प्रबंधन लगातार उनका उत्पीड़न कर रही है। गुरुवार को गांधी पार्क में कार्मिक अनशन पर बैठने वालों में सुनीता, आशा वैश्य, ममता गंगवार, ज्योति गुप्ता, प्रेमवती शामिल रहे। धरना-प्रदर्शन करने वालों में प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की रविन्द्र कौर, अर्चना कृष्णा देवी, नसीबा बेगम, पार्वती, विमला देवी, कमलेश, ममता गंगवार, प्रीतमवती आदि शामिल रहे।