सूर्यग्रहण में मंदिरों के कपाट रहे बंद
नई टिहरी। सूर्यग्रहण पर भगवान राम की तपस्थली देवप्रयाग में प्राचीन श्री रघुनाथ मंदिर के कपाट मंगलवार को पूरे दिन बंद रहे। सूतक व ग्रहण काल में भगवान की किसी भी पूजा संपन्न नहीं की गई। दीपावली पर्व पर देवप्रयाग में भुवनेश्वरी यंत्र के निकट सुख समृद्धि के लिएमहालक्ष्मी का विधि विधान से पूजन किया गया। सिद्धपीठ चंद्रवदनी मंदिर के कपाट मंगलवार तड़के सूतक काल के शुरु होते ही बंद कर दिये गए थे। मंदिर के कपाट देर शाम को सूर्यग्रहण समाप्त होने के शुद्धिकरण तथा आरती के बाद श्रद्धालुओं के लिए खोले गए। उधर देवप्रयाग में श्री रघुनाथ मंदिर में शुद्धिकरण के बाद भगवान रघुनाथ का श्रृंगार के साथ श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोले गए। मंगलवार को सूर्यग्रहण का सूतक शुरु होते ही मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए थे। मंदिर के पुजारियों व कर्मचारियों द्वारा ग्रहण के कारण पूरे दिन निराहार रहने का नियम पालन किया गया। देवप्रयाग संगम पर ग्रहण के पुण्य काल में बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान व दान के लिये पहुंचे। जबकि साधु संतों, पुरोहितों, साधकों द्वारा ग्रहण काल में मंत्रों को सिद्ध करने हेतु विशेष जाप किए गए।