सोमेश्वर मंदिर मार्ग गड्ढों में तब्दील

ऋ षिकेश। निगम प्रशासन का शहर के सर्वांगीण विकास का दावा हवाई साबित हो रहा है। प्राचीन सोमेश्वर मंदिर और हजारों की आबादी को जोडऩे वाला मुख्य संपर्क मार्ग खराब है। मरम्मत और रखरखाव के अभाव में बने गड्ढे बरसात में पानी से भरे हैं। ऐसे में गड्ढे का अंदाजा नहीं होने से दुपहिया सवार वाहन चपेट में आकर चोटिल होते हैं। समस्या संज्ञान में होने के बाद भी निगम प्रशासन सुध नहीं ले रहा।शांतिनगर स्थित परशुरामचौक, सोमेश्वरनगर, गंगानगर और प्राचीन मंदिर को जाने वाला मार्ग गड्ढों में तब्दील हो चुका है। प्रतिदिन हजारों लोग बदहाल मार्ग से आवाजाही करने को मजबूर हैं। बरसात में मार्ग पर आवागमन चुनौती से कम नहीं है। दरअसल, बारिश से मार्ग पर बने गड्ढे जलमग्न हो जाते हैं। स्थानीय लोग गड्ढों की जानकारी होने से वह तो बच जाते हैं, लेकिन सावन में शहर के दूसरे इलाके से प्राचीन सोमेश्वर मंदिर जलाभिषेक और पूजा अर्चना के लिए आने वाले श्रद्धालु पानी से भरे गड्ढे की जद में आकर घायल हो जाते हैं। क्षेत्रवासी वीरेंद्र भारद्वाज, आकाश सोती, सीमा ने बताया कि परशुराम चौक से करीब एक किलोमीटर आगे तक मार्ग पिछले एक साल से खराब है, लेकिन निगम प्रशासन उसे दुरस्त करने में रूचि नहीं ले रहा है। ऐसे में निगम प्रशासन के शहर के विकास कार्य के दावे की पोल खुल रही है। समस्या से आजिज लोग अब सडक़ के पुनर्निर्माण की जगह गड्ढे भरने की मांग कर रहे हैं, लेकिन निगम प्रशासन गडढे भरने को भी तैयार नहीं।तीन दिन पहले बोर्ड बैठक में सोमेश्वर मंदिर मार्ग की मरम्मत का प्रस्ताव पारित हुआ है। मामले में त्वरित कार्रवाई के लिए सहायक अभियंता को निर्देशित किया गया है। खराब मार्ग जल्द दुरस्त हो जाएगा।