सिमली-शैलेश्वर सड़क निर्माण की होगी जांच: ईई
चमोली। विकासखंड के आधा दर्जन से अधिक गांवों को जोड़ने वाला सिमली-शैलेश्वर सड़क बदहाल बनी है। यहां क्षतिग्रस्त पुश्तों और भूस्खलन से सड़क खतरनाक बनी है। ऐसे में सड़क पर यातायात जोखिम भरा साबित हो रहा है। ग्रामीणों की मांग पर विभागीय अधिकारी अब सड़क निर्माण की जांच की बात कह रहे हैं।
विकासखंड के सेनू, गैरोली, चमोला, कनोठ सहित आस पास के कई गांवों के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण योजना के तहत सड़क का निर्माण किया गया। वर्तमान में यह सड़क निर्माण कार्य पूरा होने के बाद रखरखाव योजना के तहत कांट्रेक्टर के हवाले है। लेकिन गत बारिश में सड़क के कई पुश्ते धराशायी हो गए। यही नहीं भारी भूस्खलन से सड़क पर कई्र डेंजर जोन भी बन गए हैं। ग्रामीण मलक सिंह, सुनील गैरोला, समीर मिश्रा, संजय चौहान, सतीश गैरोला आदि का कहना है कि विभागीय लापरवाही के चलते सड़क पर यातायात जोखिम भरा साबित हो रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि लगातार मांग के बावजूद सड़क सुधारीकरण नहीं हो पा रहा है। दूसरी ओर पीएमजीएसवाई के ईई बीएन गोदियाल ने कहा कि सड़क में लगातार शिकायत आने के बाद निर्माण कार्य की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं सड़क पर बारिश से भारी नुकसान पहुंचाया है। जिसकी मरम्मत के लिए धनराशि की मांग की गई है। जबकि ठेकेदार को सड़क से मलबा हटाने, नालियों को दुरस्त करने और अन्य काम के लिए निर्देशित किया गया है।